महाराष्ट्र पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने डेबिट कार्ड धोखाधड़ी में 19 बैंकों से मांगी जानकारी
देश में बैंकिंग डेटा सुरक्षा प्रणाली में सेंध की अपनी तरह की सबसे बड़ी घटना के मद्देनजर महाराष्ट्र पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने विभिन्न बैंकों से धोखाधड़ी से धन निकालने की घटनाओं के बारे में जानकारी मांगी है.
साइबर अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा,‘हमने बैंकों को ईमेल भेजे हैं और धोखाधड़ी से निकासी के मामलों की जानकारी तथा अन्य ब्यौरा मांगा है.’
अब तक 19 बैंकों ने धोखाधड़ी से पैसे निकाले जाने की जानकारी दी है. कुछ बैंकों की शिकायत है कि उनके ग्राहकों के कार्ड का इस्तेमाल चीन व अमेरिका सहित कई अन्य देशों में हुआ जबकि ग्राहक देश में ही हैं. अधिकारियों के अनुसार डेटा सुरक्षा में यह सेंध दो महीने पहले प्रकाश में आई लेकिन किसी भी बैंक ने अभी तक मुंबई पुलिस से संपर्क नहीं साधा है.
अधिकारी ने कहा, ‘पहले बैंक आएं और शिकायत करें तो ही हम मामले की जांच करेंगे.’ उल्लेखनीय है कि सरकार ने आज डेबिट कार्ड धोखाधड़ी में कदम उठाते हुए संबंधित बैंकों तथा रिजर्व बैंक से सुरक्षा में सेंध की प्रकृति पर रिपोर्ट देने को कहा. इस धोखाधड़ी से 32.5 लाख कार्ड प्रभावित हुए हैं. इसके साथ ही सरकार ने उपभोक्ताओं को भरोसा दिलाया कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उनके हितों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाने दिया जाएगा.
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा, "मैंने डेबिट कार्ड मामले में रिपोर्ट तलब की है. हमारा उद्देश्य इस नुकसान पर नियंत्रण पाना है."नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के अनुसार चोरी के डेबिट कार्ड डेटा के जरिये 19 बैकों के 641 ग्राहकों को 1.3 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया है.