मोदीजी जागिये , पाक को दें सख्त जवाब , देश मांग रहा शहीदों की कुर्बानियों का हिसाब
संदीप कुलश्रेष्ठ
हाल ही में कश्मीर के उड़ी में सेना के शिविर पर पाकिस्तान द्वारा आतंकी हमला किया गया । इसमें 20 जवान शहीद हो गए। इसमें 13 जवान तो जिंदा जल गए। बहुत हुआ, मोदी जी अब तो जागिये। अब केवल जवाबी जवाब नहीं चाहिए ! अब केवल चाहिए सख्त कारवाई। पाक द्वारा अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान में चल रहे आतंक के शिविरों को नश्ट करने के लिए सख्त कारवाई करें। जब अमेरिका अपने देश में हुए आतंकी हमलों में शहीद हुए नागरिकों और जवानों का बदला लेने दुश्मन देश में खुलेआम हमला कर ले लेता हैं, तो फिर हम ऐसा क्यों नही कर सकते ? अब देश के नागरिक आतंकवादियों द्वारा मारे गए शहीदों की कुर्बानी का हिसाब मांग रहे हैं।
देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार एक ऐसी सरकार हैं, जिसे पूर्ण बहुमत मिला हैं। यह सरकार किसी की बैसाखी पर टिकी नहीं हैं। खुद कड़े निर्णय लेने में सक्षम हैं। देश में भाजपा जब विपक्ष में थी । श्री अटल बिहारी वाजपेयी और श्री लालकृष्ण आडवाणी अपने-अपने समय में भाजपा का नेत्त्व कर रहे थें। साथ ही प्रतिपक्ष का भी दायित्व निभा रहे थे। उस समय कांग्रेस सत्ता में थी। तब भाजपा के अटलजी हों या आडवाणीजी , दोनां अपने-अपने समय में पाकिस्तान द्वारा की गई आतंकी कारवाई के लिए पाकिस्तान के विरूद्ध सख्त कारवाई करने की पुरजोर मांग करते रहे हैं। इसमें देशवासियों द्वारा समय-समय पर उन्हें पूरा समर्थन भी मिलता रहा हैं। फिर क्या कारण हैं कि लगातार हो रहे आतंकी हमले होते जा रहे हैं, और हम केवल कड़ी कारवाई की घोषणा मात्र करते आ रहे हैं। अब पानी सिर से गुजर चुका हैं। अब तो प्रधानमंत्री जी कड़ी कारवाई कीजिए ।
पाकिस्तान की नींव ही भारत के विरोध पर टिकी हैं। यह सब जानते हैं। पाकिस्तान ने स्वतंत्रता के तुरंत बाद ही कबालियों को जम्मू कश्मीर भेजकर करीब एक तिहाई जम्मू कश्मीर पर अवैध ़ कब्जा कर लिया, जो आज पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के नाम से जाना जाता हैं। इसके बाद भी कोई साल नहीं गया जब उसने जम्मू कश्मीर और देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी हमले नहीं किए और करवाए हों। भारत द्वारा पाकिस्तान के विरूद्ध सख्त कारवाई नहीं करने का ही ये नतीजा हैं कि पाकिस्तानियों के हौंसले इतने बढ़ गए कि उसने हाल ही में फिर उड़ी में सेना पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला कर दिया। हमें याद रखना चाहिए कि कारगिल युद्ध में करारी मात खाने के बाद भी पाकिस्तान ने आतंकी हमले लगातार जारी रखे हैं। इन पाक प्रायोजित आतंकी हमले में कश्मीर में अब तक चार हजार से अधिक जवान शहीद हो चुके हैं। अब सारी हदें पार हो गई है। अब जरूरत हैं तो सिर्फ सख्त कारवाई करने की।
पिछले साल जुन महिने में पाकिस्तान के आतंकवादियों ने मणिपुर में सेना पर हमला कर दिया था । इसमें कई जवान शहीद हुए थे। इसके दो दिन बाद ही सेना ने म्यांमार बार्डर के अंदर घुसकर आतंकवादियों को मार गिराया था। अब उससे भी कडे कदम उठाने की जरूरत हैं। इसका मौका भी हैं। और समय भी । प्रधानमंत्री जी को तीनों सेनाओं को खुला छोड देना चाहिए। उनके द्वारा योजना बनाकर पीओके के सभी आतंकी कैंम्पों को ध्वस्त कर देना चाहिए। यही देशवासी भी चाहते हैं। शहीदों के परिजन भी इसी प्रकार की कारवाई का इंतजार कर रहे हैं। अब तो जागियें, प्रधानमंत्री मोदी जी! और पाकिस्तान को ऐसा जवाब दीजिए कि वो फिर से ऐसा दुस्साहस करने का सोचें भी नहीं।
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