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भारत विश्व भर में सबसे ज्यादा अशिक्षित लोगों वाला देश, महिला साक्षरता में वृद्धि कर के ही मिल सकती हैं सफलता



संदीप कुलश्रेष्ठ
 
           गत 10 वर्ष में हमारे देश में साक्षरता की दर में करीब 10 फीसदी की ही वृद्धि हुई हैं। देश में साक्षरता की दर 81 फीसदी के करीब हैं। यह वैश्विक साक्षरता दर से बहुत पीछे हैं। एनएसएसओ की रिपोर्ट के अनुसार देश में गा्रमीण क्षेत्र में साक्षरता के दर अभी भी 71 प्रतिशत हैं। शहरी क्षेत्र में साक्षरता की दर 86 प्रतिशत हैं। यूनेसकों के अनुसार विश्व भर में सबसे ज्यादा अशिक्षित हमारा देष भारत है। साक्षरता की दर यदि इसी गति से आगे बढ़़ती रही तो भारत में साक्षरता का वैश्विक लक्ष्य प्राप्त करन में और 45 साल लगेंगे। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों विशेषकर महिला साक्षरता की दर में वृद्धि करने की अत्यंत आवश्यकता हैं।
          वर्तमान में सारे संसार में 6 देश ऐसे हैं जहा 100 प्रतिशत साक्षरता हैं। इन देशों में एंडोरा, फिनलैंड, ग्रीनलैंड, लग्जमबर्ग ,नार्वे और लिकटेंस्टिन हैं। विश्व में चार देश ऐसे हैं, जिनमें 99.9 प्रतिशत साक्षरता हैं। इसी प्रकार 99.7 प्रतिशत साक्षरता दर वाले 9 देश है। इन देशों की तुलना में हमारे देश को साक्षरता के क्षेत्र में बहुत कुछ करने की आवश्यकता हैं। हमारे देश में महिलाओं की साक्षरता सिर्फ 74 प्रतिशत हैं। इसी प्रकार पुरूषों की साक्षरता 88 प्रतिशत हैं। इसको देखते हुए यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि देश में महिलाओं की साक्षरता बढाने के लिए विशेष  प्रयास करने की आवश्यकता हैं। यहां यह उल्लेखनीय हैं भारत के पडोसी देश नेपाल में भारत  से अधिक 83 प्रतिशत साक्षरता हैं।  नेपाल में पुरूष की साक्षरता दर भारत के समान 88 प्रतिशत हैं, किंतु महिलाओं की साक्षरता दर 78 प्रतिशत है।
           शिक्षा के वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमारे देश में शिक्षा के क्षेत्र में आधारभूत परिवर्तन करने की आवश्यकता हैं। अभी भी हमारें देश में 6 करेड़ से ज्यादा बच्चों को कोई औपचारिक शिक्षा नही मिल पाती हैं। भारत में अभी लोअर सेकेंडरी क्षेत्र में करीब एक करोड़ छात्र स्कूल नहीं जा पाते हैं। यह सारे संसार में सबसे ज्यादा हैं। इसके अतिरिक्त अपर  सेकेंडरी में 4 करोड 68 लाख बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं। यह स्थिति अत्यंत सोचनीय हैं।
          यह सर्वज्ञात हैं कि शिक्षा विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। एक निरक्षर व्यक्ति की तुलना में साक्षर व्यक्ति अपना और देश का विकास तेजी से करता है। इसलिए देश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए जरूरत हैं साक्षरता की दर में तेजी से वि़द्ध करने के लिए प्रयास करने की। इसके लिए आज ग्रामीण क्षेत्र और महिलाओं की साक्षरता के लिए विशेष प्रयास करने की अत्यंत आवश्यकता है।

 

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