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कल्याण महोत्सव के भगवन्नाम संकीर्तन ने बहायी भक्ति की गंगा



परमार्थ गंगा तट पर दक्षिण भारत के साधकों ने किया विशेष कार्यक्रम
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने दी दक्षिण भारत की नदियों को स्वच्छ रखने की प्रेरणा

। दक्षिण भारत के सैकड़ों साधकों ने भगवन्नाम संकीर्तन कार्यक्रम परमार्थ           गंगा तट पर कई दिनों तक चलाया। कल्याण महोत्सव, चेन्नई (तमिलनाडु) के तत्वावधान में तीर्थनगरी  में आयोजित भगवन्नाम संकीर्तन समारोह में माँ भागीरथी के तट पर भक्ति की अभिनव गंगा बही।           कुम्भ कोणम, तमिलनाडु के सन्त सद्गुरु स्वामीगल की विशिष्ट उपस्थिति में सम्पन्न भगवन्नाम संकीर्तन समारोह में परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष श्री स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने भी भागीदारी की। कार्यक्रम में मौजूद कई भजन गायकों ने दक्षिण में पर्यावरण संरक्षण के विषयों को अपने भजनों में शामिल करने का भी संकल्प इस अवसर पर लिया।  
    स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने भगवन्नाम संकीर्तन के साधकों को सम्बोधित करते हुए दक्षिण भारत की नदियों को सजल व निर्मल बनाने की प्रेरणा दी। श्री स्वामी जी ने नदियों को सजल व निर्मल बनाने की प्रेरणा सभी को दी। उन्होंने जहाँ नदियों में गन्दे नालों को गिरने से रोकने हेतु स्थानीय सरकारों से दवाबपूर्वक आग्रह करने, नदियों में गन्दगी नहीं डालने, नदी स्नान में साबुन का उपयोग न करने की सलाह दी, वहीं खुले में शौच जाने की प्रथा को बन्द करने हेतु हरसम्भव प्रयास करने तथा शौचालय बनवाने का आग्रह सभी से किया। श्री स्वामी जी ने बड़ी संख्या में वहाँ मौजूद दक्षिण भारत के युवाओं को इसके लिए संकल्प दिलाया। देश पर आ रहे सांस्कृतिक खतरों से आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि यदि स्वच्छता क्रान्ति का यह कदम समय रहते नहीं उठाया गया तो भावी पीढ़ी अपने तीर्थों की परम्पराओं से दूर हो जायेगी, जिसकी क्षतिपूर्ति करना बहुत कठिन काम होगा। युवाओं ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती एवं कुम्भ कोणम के सन्त स्वामीगल की साक्षी में लिए गये संकल्पों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
दक्षिण भारत के सैकड़ों युवक - युवतियों ने अपने प्रदेशों में जाकर एक-एक सार्वजनिक शौचालय अपने प्रयासों से बनवाने की घोषणा स्वर्गाश्रम-ऋषिकेश के गंगा तट पर की। सद्गुरु स्वामीगल ने देवभूमि उत्तराखण्ड, विशेष रूप से तीर्थनगरी ऋषिकेश के अनुभवों को बेहद दिव्य एवं अनुपम बताया। उन्होंने कहा कि हिमालय, माँ गंगा व गंगा आरती ने उनका मन मोह लिया है। अब वे हर वर्ष यहाँ दक्षिण भारत के श्रद्धालुओं को लेकर आया करेंगे। कार्यक्रम से प्रभावित पोलियो फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ0 भारत भगत ने ऋषिकेश में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने की बात भी इस मौके पर कही।
                                                         
                    

 

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