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तेरा मंगल, मेरा मंगल, जग का मंगल होय रे



उज्जैन। सेक्टर 5 मंगलनाथ क्षेत्र, नारायण धाम खालसा में सिंहस्थ कुंभ पर्व में आयोजित नारायण सेवा संस्थान कुम्भ खालसा के तत्वावधान में 'गोपी गीत की कथा, संस्थान अध्यक्ष डॉ. श्री प्रशान्तजी अग्रवाल ने बताया कि पूज्य ब्रजनन्दनजी महाराज के श्रीमुख से दो दिवसीय कथा में कल सायं 7 बजे विश्राम दिवस पर बताया ''श्रीमद् भागवत'' का सार गोपी गीत को बताया तथा दशम् स्कन्द को गोपी गीत का हृदय इसके साथ ही भजनों के आनन्द में भक्तों को भावविभोर कर दिया।
संस्थान के संस्थापक आचार्य महामण्डलेश्वर 1008 पद्मश्री अलंकृत साधु कैलाशजी मानव ने बताया प्रात: 10 बजे से आस्था भजन चैनल पर पूज्य जगद्गुरु दिनेशाचार्यजी महाराज के मुखारविन्द से श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस पर महाराज ने भागवत महात्म्य की कथा का महत्व समझाया। कथा श्रवण करने मात्र से मनुष्य अपने जीवन कि व्यथाओं से निवृत्ति पा लेता है, और ईश्वर चरणारविन्द से अपने चित्त को लगाते हुए हरि को हृदय में समाविष्ट कर लेता है। संचालन श्री कृपा व्यास ने किया।

 

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