डाॅलर के मुकाबले रूपया सात पैसे मजबूत
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रूपया आज के शुरूआती कारोबार के दौरान डाॅलर के मुकाबले सात पैसे की तेजी के साथ 66.45 पर पहुंच गया। ऐसा विदेशी कोषों के निरंतर प्रवाह के बीच निर्यातकों की ओर से अमेरिकी मुद्रा की ताजा बिकवाली के मद्देनजर हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि इसके अलावा विदेशी बाजारों में अन्य मुद्राओं के मुकाबले डाॅलर में नरमी से रूपए को मदद मिली।
गौरतलब है कि दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के टूटने के बावजूद घरेलू शेयर बाजार में आई बड़ी गिरावट के कारण अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया पिछले दो दिन की बढ़त खोता हुआ छह पैसे फिसलकर 66.51 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया।
भारतीय मुद्रा बुधवार को सात पैसे की मजबूती के साथ 66.45 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुई थी। कमजोर डॉलर से बल पाकर रुपया पांच पैसे चढ़कर 66.40 रुपए प्रति डॉलर पर खुला और दोपहर से पहले 66.38 रुपए प्रति डॉलर के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। लेकिन, जैसे-जैसे शेयर बाजार की गिरावट बढ़ती गई, रुपए पर भी दबाव बढ़ा।
कारोबार के दौरान 66.55 रुपए प्रति डॉलर के दिवस के निचले स्तर तक उतरने के बाद यह गत दिवस की तुलना में छह पैसे गिरकर 66.51 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबारियों ने बताया कि शेयर बाजार की गिरावट से रुपया टूटा। हालांकि, दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के कमजोर रहने से यह ज्यादा नहीं टूटा। बंबई शेयर बाजार का सूचकांक 55.65 अंक या 0.21 प्रतिशत गिरकर 25,547.45 पर चल रहा था।