कन्हैया ने भारत को कहा- सांप्रदायिकता की प्रयोगशाला, कहा- मोदी सरकार के पीछे आरएसएस की ताकत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को नरेंद्र मोदी सरकार के पीछे की ताकत करार देते हुए जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार ने देश को ‘‘सांप्रदायिकता और दलित विरोधी नीतियों की प्रयोगशाला’ में बदल कर रख दिया है .
प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स असोसिएशन के बैनर तले इकट्ठा हुए छात्रों की एक सभा को संबोधित करते हुए कन्हैया ने कहा, ‘मोदी प्रधानमंत्री हैं और आरएसएस उनकी ताकत है . उन्होंने देश को सांप्रदायिकता और दलित विरोधी नीतियों की प्रयोगशाला में बदल कर रख दिया है.’
कन्हैया ने आगे कहा ‘सामाजिक बराबरी और जातिवाद को खत्म करने की बात करने वाली हमारी विचारधारा के बारे में जब हम बात करते हैं तो आप डरते क्यों हैं ?’ जेट एयरवेज के विमान में खुद पर हुए कथित हमले के बाद भारी पुलिस सुरक्षा में यहां पहुंचे कन्हैया ने जोर देकर कहा कि वह ऐसे हमलों से डरने वाले नहीं हैं .
कन्हैया ने कहा, ‘पुलिस यह कहकर झूठ बोल रही है कि सुबह जो कुछ हुआ वह सीट को लेकर हुआ झगड़ा था . मुंबई की लोकल ट्रेनों में सीट का झगड़ा होता है, विमानों में नहीं .’ उन्होंने कहा, ‘मैं हमलावरों के खिलाफ मामले नहीं दर्ज कराना चाहता क्योंकि वे भी हमारे ही लोग हैं और उन्हें उकसाया गया है . लेकिन मैं इन चीजों से डरूंगा नहीं .’ गौरतलब है कि विमान में हुई घटना के कारण कन्हैया को सड़क के रास्ते पुणे आना पड़ा .
कन्हैया के आरोपों के मुताबिक कोई सबूत नहीं
मुंबई पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर देवेन भारती ने कहा कि दोनों ने ही शिकायत दर्ज करवाई है. मानस की ओरग से कन्हैया पर हमला करने से जुड़ा कोई सबूत हमें नहीं मिला है. पहली नजर में सामने आया है कि मानस का पैर कन्हैया के पैर से लगा था. उसके बैलेंस बिगड़ जाने से कन्हैया के कंधे से उसकी टक्कर हुई थी. इसके बाद दोनों के बीच हल्की बहस हुई. भारती ने कहा कि हमें अबतक कन्हैया के आरोपों के मुताबिक कोई सबूत नहीं मिला है. हमने कोलकाता पुलिस को मामले की जानकारी दी है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.