ऐसी कंपनी जहां साइकिल से आॅफिस आना जरूरी
वर्तमान में जहां भौतिक सुख सुविधाओं ने मनुष्य को चारों और से घेर रखा हैं। , सभी में अपने आप को श्रेष्ठ साबित करने की मानों एक होड़ सी लगी हुई हैं ऐसे में एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए एक ऐसा नियम लागू किया हैं जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। भारत में स्कॉट इंडिया लिमिटेड के प्रमुख जयमीन शाह शिद्दत से देश में साइकलिंग को प्रमोट करने में लगे हुए हैं इसके लिए उन्होंने अपनी कंपनी के सभी कर्मचारियों को साईकिल से आफिस आना अनिवार्य कर दिया हैं
साइकिल संस्कृति के मामले में भारत काफी पीछे है. वैसे तो यहां एक तबका है जो अपनी जरूरत के हिसाब से साइकिल का उपयोग करता है लेकिन अधिकांश लोग इससे अभी भी कटे हुए हैं. ऐसे में लोगों को साइकिल संस्कृति में लाने के लिए अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है. इसी के मद्देनजर भारत में स्कॉट इंडिया लिमिटेड के प्रमुख जयमीन शाह शिद्दत से देश में साइकलिंग को प्रमोट करने में लगे हुए हैं और अपनी कंपनी के भीतर इसे प्रमोट भी कर रहे हैं.
जयमीन की कंपनी में साइकिल अनिवार्य है...
जयमीन खुद साइकिल चलाते हैं और इससे होने वाले फायदों से वाकिफ हैं. साथ ही वह अपनी कंपनी के हर एक कर्मचारी के लिए साइकिल चलाना अनिवार्य कर चुके हैं. इसके अलावा स्कॉट इंडिया कम्युनिटी सर्विस के तहत साइकिल के उपयोग और इसके फायदे के लिए देश भर में अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करती है.
साइकलिंग को प्रमोट करने के लिए बनाया है क्लब...
विश्व में साइकिल निर्माण की अग्रणी कंपनियों में से एक स्कॉट की भारतीय इकाई ने एक स्कॉट ऑनर्स क्लब बना रखा है, जो साइकलिंग को प्रमोट करने का काम करता है. इस क्लब में स्कॉट साइकिल चलाने वालों की बहुतायत है लेकिन जयमीन की कंपनी ऐसे लोगों को भी प्रोत्साहित करती है, जो किसी भी मॉडल के साथ साइकलिंग की ओर रुख करना चाहते हैं.
जयमीन ने 19 अप्रैल को विश्व साइकिल दिवस के अवसर पर दिए साक्षात्कार में कहा, 'जहां तक साइकिल को प्रमोट करने की बात है तो हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी पीछे हैं, इसका कारण यह है कि हमारे पास इससे जुड़ी मूलभूत सुविधा नहीं है लेकिन अच्छी बात यह है कि हम इस दिशा में सोचने लगे हैं'.
उनके मुताबिक देश में साइकलिंग को प्रमोट करने के लिए एक विशेष तरह की जागरुकता की जरूरत है. लोगों को यह समझना होगा कि साइकलिंग के क्या फायदे हैं और एक साइकिल चालक को रास्तों पर सुरक्षित चलने का पूरा अधिकार होता है. इस दिशा में सरकार को भी काम करना होगा.
सड़कों पर सबका बराबर हक है...
बकौल जयमीन, "ट्रक चालकों, बस चालकों और कार चालकों को यह समझना होगा कि एक साइकिल चालक का रास्ते पर चलने का उतना ही अधिकार है, जितना उनका है. एक चार लेन के हाइवे पर बाईं ओर साइकिल चालकों के लिए रास्ता होना चाहिए क्योंकि इस ओर कम गति के वाहन चलते हैं. इस तरह की सुविधा साइकिल चालकों को मिलनी चाहिए, तब ही देश में साइकलिंग को प्रमोट किया जा सकेगा."
इसके अलावा जयमीन कहते हैं कि स्कॉट इंडिया के पास साइकिल ब्रांड्स की भरमार है. यहां माउंटेन, रोड, साइक्लोक्रास, सिटी एंड अरबन, ई-बाइक (अभी इसे भारत में लॉन्च नहीं किया गया है), ट्रैकिंग बाइक्स, जूनियर बाइक्स का विशाल संग्रह है, जिनकी कीमत 25 हजार से लेकर 8 लाख रुपये तक है. लोग अपनी जरूरत के हिसाब से साइकिल खरीद सकते हैं.