मुनिश्री प्रज्ञासागरजी महाराज का हुआ केशलोंच
उज्जैन। सिद्धक्षेत्र श्री महावीर तपोभूमि उज्जैन में तपोभूमि प्रणेता मुनिश्री प्रज्ञासागर जी महाराज का केशलोंच हुआ।
मीडिया प्रभारी सचिन कासलीवाल के अनुसार हर चार माह में होने वाला केश लोंच दिगंबर जैनमुनि की एक कठिन प्रक्रिया है। हर परिस्थिति को सहते हुए जैन मुनि अपनी साधना करते है। पूरी दुनियाँ में अकेले जैन संत है जो एक बार आहार ग्रहण करते है ,पद विहार करते है..नग्न रहते है कैसा भी मौसम हो सभी मौसम में बिना कोई रूकावट के अपनी साधना में लीन रहते है और पिछी कमंडल के अलावा कोई भी वस्तु हाथ में नही रखते एवं हाथो से ही केशों का लोंचन करते है कैंची आदि का उपयोग नही करते। आज के इस दौर में भी दिगंबर जैन संत वही चर्या के साथ जीवन यापन करते है जिस जीवन को भगवान महावीर स्वामी भी किया करते थे।