कभी हुआ करती थी लग्जरी पार्टियों की जान, अब जेल में हो गई ऐसी हालत
मुंबई। शीना बोरा मर्डर केस में मुंबई सेशन कोर्ट में फिर सुनवाई हुई। इस दौरान इंद्राणी और पीटर मुखर्जी दोनों एक साथ नजर आए। पूरी कार्रवाई में दोनों ने एक दूसरे की तरफ ना देखा और ना ही कोई बात की। वहीं बात करें तो जेल में बंद इंद्राणी की सूरत काफी बदल गई है। कभी लग्जरी पार्टियों की जान हुआ करती ग्लैमरस इंद्राणी का चेहरा पूरी तरह बदल चुका है। बाल सफेद हो गए और चेहरे पर उदासी साफ नजर आ रही है।
वहीं ड्राइवर श्याम राय ने दूसरे जेल में शिफ्ट होने के लिए एप्लिकेशन दी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। सीबीआई ने सभी आरोपियों से फिर इंटेरोगेशन करने की कोर्ट से मांग की थी, जिसे मंजूरी मिली। अब अगली सुनवाई 17 मार्च को होगी। तब तक के लिए सभी आरोपियों को जुडिशल कस्टडी में भेजा गया है।
गौरतलब है कि शीना बोरा मर्डर केस अब एक नया ही मोड़ लेता नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले साल अगस्त से बायकुला जेल में बंद शीना की मां इंद्राणी ने अपने पति पीटर मुखर्जी से मुलाकात के दौरान शीना के मर्डर में अपनी भूमिका कबूली थी। शीना ने पीटर से कहा था कि मुझे फंसाया जा रहा है, मैंने शीना का मर्डर नहीं किया। शीना का मर्डर मिखाइल (इंद्राणी का बेटा) ने किया है, मैंने सिर्फ लाश छुपाने में मदद की थी।
पीटर और इंद्राणी के बीच यह बातचीत बीते साल अक्टूबर में हुई थी और यह जानकर पीटर बेहद हैरान थे। पीटर के भाई गौतम मुखर्जी और उनकी बहन शगुन मुखर्जी ने एक अखबार को इंटरव्यू में बताया कि पीटर को बेवजह इस केस में घसीटा जा रहा है, जबकि जिस समय शीना का मर्डर हुआ पीटर लंदन में थे। उन्होंने यह भी कहा कि केस से जुड़े करीब 250 गवाह हैं, लेकिन किसी ने भी पीटर पर उंगली नहीं उठाई।
परिवार ने बताया कि इंद्राणी ने शीना का मर्डर प्लान नहीं किया था, क्योंकि वह तो अपने पूर्व पति संजीव खन्ना के साथ एक डर्टी वीकेंड मनाने के मूड में थी। उन्होंने बताया कि घटना के दिन मिखाइल अपने ड्राइवर श्यामवर राय और शीना के साथ कार से कहीं गया हुआ था। जब वह वापस आया तो उसके साथ शीना नहीं थी, इंद्राणी ने जब शीना के बारे में पूछा तो मिखाइल ने बताया कि उसने शीना का मर्डर कर दिया है।
जब पिछले साल अगस्त में इंद्राणी की गिरफ्तारी हुई तब पीटर को पता चला कि इंद्राणी और संवीन खन्ना अब भी एक दूसरे से प्यार करते हैं। गौतम ने बताया कि पीटर के भरोसे का गलत इस्तेमाल किया गया। मैंने जब कोर्ट में पीटर से मुलाकात की तो उन्होंने मुझे बताया कि मुझे सबसे ज्यादा दुख इस बात का है कि इंद्राणी ने 15 साल तक मुझे धोखा दिया। वह मेरा सब ले लेती, लेकिन धोखा देने की क्या जरूरत थी।
गौतम के अनुसार जब पुलिस इंद्राणी को ले जा रही थी, तब पीटर जिम में थे। पुलिस के वर्ली स्थित घर पर होने की खबर मिलते ही वे वहां पहुंचे और पुलिस जीप में बैठी इंद्राणी से कहा कि तमु शीना को कॉल क्यों नहीं करती, मैं लॉस एंजेलिस से उसके यहां आने का इंतजाम कर दूंगा। गौतम ने बताया कि जब मैं पुलिस स्टेशन पहुंचा तो मुझे पता चला कि शीना की हत्या के बाद मिखाइल और मेरे भाई पीटर को भी मारे जाने की साजिश रची गई थी।
पीटर की बहन शगुन ने बताया कि इंद्राणी ने तीन साल तक पीटर को इस अंधेरे में रखा कि शीना जिंदा है और लॉस एंजेलिस में है। शुरुआत में पीटर यही समझते रहे कि यह एक गलतफहमी है और शीना के भारत आते ही खत्म हो जाएगी, लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि इंद्राणी को आईपीसी की धारा 302 (मर्डर) के तहत गिरफ्तार किया गया है।