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हमसफर-तेजस जैसी 4 नई तरह की ट्रेनें, नहीं बढ़ा किराया


नई दिल्ली. सुरेश प्रभु ने गुरुवार को संसद में 2016 का रेल बजट पेश किया। उन्होंने चार नई ट्रेनों का एलान करते हुए किसी भी तरह का किराया नहीं बढ़ाया। सिक्युरिटी के लिए स्टेशनों, बोगियों में सीसीटीवी की बात कही। जो 4 स्पेशल फैसिलिटी वाली ट्रेनें चलेंगी उनमें हमसफरमें सिर्फ एसी थ्री कोच होंगे। अंत्योदय मेंअनरिजर्व्ड कोच ही होंगे। तेजस में 130KM/hrs की रफ्तार से चलेगी। उदय केवल रात में चलेगी। यह एसी डबल डेकर ट्रेन होगी। ये कैटेगरी बेस्ड ट्रेनें किस रूट पर चलेंगी इसके बारे में कुछ नहीं कहा गया। रेल बजट के अपडेट्स...

रेलवे ने क्या किया?

- पार्टनरशिप बढ़ाने पर जोर दिया। राज्यों की मदद ली जाएगी। पीपीपी की तरफ ज्यादा फोकस किया जाएगा।

क्या होगा फायदा?

- निजी सेक्टर की मदद से प्रोजेक्ट तेजी से पूरे किए जा सकेंगे। जिम्मेदारी तय की जाएगी।

- 40 पर्सेंट बढ़ेगी पैसेंजर कैपेसिटी। डबल डेकर ट्रेन चलेंगी तो रेवेन्यू बढ़ेगी। खास बात यह है कि इसमें अलग से कोई खर्च नहीं होगा।

- यही माल भाड़े के बारे में कहा जा सकता है। वैसे भी रेल मंत्री ने साफ कर दिया कि यह फ्यूचर के लिए बजट है। लिहाजा, आगे के बारे में ही सोचा जाना चाहिए।

क्या तय नहीं?

 

- सरकार रेलवे को कितनी मदद देगी। इसका जिक्र नहीं है। आलोचकों का कहना है कि सरकार रोड ट्रांसपोर्ट का बजट बढ़ा रही है रेलवे का नहीं।

 

नरेंद्र मोदी ने रेल बजट पर क्या कहा?

 

- पिछले एक साल में हमें काफी सफलता मिली है। रेल बजट में वादों को पूरा करने के लिए पूरा प्रयास किया गया है। रेल यात्री सुविधा, सफाई, टेक्नोलॉजी पर ध्यान दिया गया है।

- बजट को कमीशनिंग से परिभाषित किया गया है। ये बड़ी बात है। गरीबों के लिए अंत्योदय ट्रेन चलाना हमारा कमिटमेंट दिखाता है।

- रेल बजट देश के विकास में दूरगामी, सकारात्मक योगदान देगा। नॉर्थ-ईस्ट में रेलवे ट्रांसपोर्टेशन बढ़ाने के लिए कदम उठाए गए हैं।

- बजट में 2.5 गुना निवेश की बात कही गई है। ये बहुत बड़ा जंप है। खर्च में अनुशासन और प्रबंधन में दक्षता हमारी सरकार की मूल मंत्र है। बजट में ये बातें साफ नजर आती हैं।

रेल बजट पर किसने-क्या कहा?

- पवन कुमार बंसल, पूर्व रेल मिनिस्टर- बजट में जिन बातों का जिक्र है, वे सारी पुरानी चीजें है। जिस पर काम चल रहा है।

- मल्लिकार्जुन खड़गे, सीनियर लीडर, कांग्रेस- सरकार के पास पैसा नहीं है। इसलिए नई ट्रेन नहीं चलाई। बजट में किसी इन्वेस्टमेंट की बात नहीं है।

- बजट में ट्रांसपेरेंसी की बात भी नहीं दिखती।

- लालू प्रसाद, आरजेडी सुप्रीमो- आमदनी घट रही है। खर्च बढ़ रहा है। सरकार विदेशियों की राह पर चल रही है। भारत में एक रेलवे ही लाइफ लाइन थी, मोदी सरकार ने उसे पटरी से उतार दिया।

- रेलवे के पास अपना खर्च उठाने का पैसा भी नहीं रहा।

- बजट में सेफ्टी का कोई प्लान नहीं। ट्रेन समय पर नहीं चल पा रही।

- हमने 7 हजार का सरप्लस कलेक्ट किया था।

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