जानो जेएनयू के पांच गद्दारों को
जेएनयू में नौ फरवरी को आतंकी अफजल गुरू के समर्थन में कार्यक्रम आयोजित करने और देशविरोधी नारे लगाए जाने के मामले में देशद्रोह के आरोपी बनाए गए कन्हैया कुमार को मंगलवार (23 फरवरी) को जमानत नहीं मिली। JNUSU अध्यक्ष कन्हैया कुमार की जमानत अर्जी पर अब बुधवार (24 फरवरी) को सुनवाई होगी। मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से मामले की जांच पर स्टेटस रिपोर्ट की मांग की। रिपोर्ट में प्रत्यक्षदर्शियों के बयान, वीडियो फुटेज आदि का जिक्र है। उधर, कार्यक्रम का आयोजन करने के आरोपी उमर खालिद और उनके चार दोस्तों को पुलिस अब तक नहीं पकड़ सकी है। पुलिस ने इन पांचों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया था। पर रविवार रात जेएनयू में देखे जाने के बावजूद पुलिस अभी तक उमर व उनके चार दोस्तों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
उमर खालिद: कन्हैया कुमार के बाद उमर खालिद काफी चर्चा में हैं। जेएनयू के छात्र उमर खालिद पर देशद्रोह का आरोप है। उमर जेएनयू के स्कूल ऑफ सोशल साइंस का छात्र हैं और वहां से इतिहास में पीएचडी कर रहा हैं। उसने इसी विषय में जेएनयू से ही मास्टर्स और एमफिल की डिग्री हासिल की है। वे जेएनयू के ताप्ती हॉस्टल के कमरा नंबर 168 में रहते हैं। डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स यूनियन (डीएसयू) से जुड़े 28 वर्षीय खालिद अपने परिवार के साथ दिल्ली के जाकिर नगर में रहते हैं।
अनिर्बन भट्टाचार्य: जेएनयू के ब्रह्मपुत्र हॉस्टल में रहने वाले अनिर्बन सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज से पीएचडी कर रहे हैं। 2009 में जेएनयू के एमफिल पाठ्यक्रम में एडमिशन लेने वाले अनिर्बन भी डीएसयू के सदस्य है। अनिर्बन ने इस पूरे घटनाक्रम को राजनीतिक खेल बताया और कहा कि यहां कैंपस में संघ विचारधारा को लाने की कोशिश की जा रही है। अनिर्बन जेएनयू के ब्रह्मपुत्र हॉस्टल में रहते हैं।
रामा नागा: जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के जनरल सेक्रेटरी रामा नागा राजनीति विज्ञान में एफफिल कर रहे हैं। रामा पर आरोप है कि 9 फरवरी को अफजल गुरु वाले कार्यक्रम में उन्होंने नारे लगाए। उड़ीसा के रहने वाले रामा नागा ने हालांकि इससे इंकार किया है और कहा कि इस कार्यक्रम को ऑर्गनाइज कराने में जेएनयूएसयू की कोई भूमिका नहीं थी।
आशुतोष कुमार: जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष रहे बिहार के आशुतोष कुमार ने कहा कि पिछले कुछ दिन हमारे लिए ट्रॉमा जैसे थे। हमारे परिवार परेशान थे और उन्हें धमकियां दी जा रही थीं। उन्होंने कहा, हम सबसे अधिक उमर के लिए परेशान थे क्योंकि मुस्लिम होने की वजह से वह सभी के निशाने पर था।
अनंत प्रकाश: जेएनयूएसयू के पूर्व अद्यक्ष रहे अनंत प्रकाश यहां पीएचडी स्कॉलर हैं। उन्होंने राजद्रोह के आरोप पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि बिना जांच किए ही हमे निशाना बनाया जा रहा है।