नर्मदे हर से गुंजायमान हुआ शिप्रा तट
नर्मदा जयंती शिप्रा के तट से लेकर महाकाल के आंगन तक वैदिक मंत्रों के साथ हर्षोल्लास से मनाई गई। शाम को सात बजे महाकाल मंदिर के कोटितीर्थ कुंड में किनारों पर 5001 दीपों को प्रज्वलित किया गया। इसके साथ ही दीपों की जगमगाहट के बीच मां नर्मदा की आरती की गई और पंडितों के द्वारा कुंड के किनारे शिवाभिषेक किया । संध्या के समय होने वाली शिप्रा आरती भी मां नर्मदा को समर्पित रही। इस अवसर पर रामघाट पर 1100 दीपों की रोशनी की गई।