आज पंचतत्व में विलीन होंगे हनुमंतप्पा
सियाचिन में 6 दिनों तक बर्फ के नीचे दबे रहकर जिंदा बचने वाले लांस नायक हनुमंतप्पा ने गुरुवार को दिल्ली के आर.आर. अस्पताल में आखिरी सांस ली। देर रात उनका शव कर्नाटक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में रखा गया जहां हुबली एयरपोर्ट पर कर्नाटक के सीएम सिद्दारमैया ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह 7 बजे से 10 बजे के बीच उनका पार्थिव शरीर हुबली स्थित नेहरू स्टेडियम में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। उसके बाद 10 बजे उनका पार्थिव शरीर धारवाड़ स्थित उनके गांव ले जाया जाएगा। गांव में अंतिम दर्शन के बाद शाम को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
तीन दिन तक दिल्ली के आर.आर. अस्पताल में भर्ती रहे हनुमंतप्पा के शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। गुरुवार को 11 बजकर 45 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली में बरार स्क्वायर पर रखा गया था। जहां तीनों सेना प्रमुखों और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
तीनों सेना प्रमुखों के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी लांस नायक को श्रद्धांजलि दी।
जानकारी के मुताबिक, शाम 5:10 बजे सबसे पहले वायुसेना प्रमुख ने हनुमंतप्पा को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद नौसेना प्रमुख और फिर सेना प्रमुख ने अंतिम सलामी दी। अंतिम दर्शन के बाद पार्थिव शरीर को पालम हवाई अड्डे ले जाया गया और वहां से विशेष विमान से शूरवीर जवान के शरीर को लेकर बंगलुरु ले जाया गया।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया शोक
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी लांस नायक के निधन पर शोक जताया है। हनुमंतप्पा की मां को अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, 'मैं आपके बेटे की मौत की खबर सुनकर बहुत आहत हूं।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए कहा कि देश को हनुमंतप्पा पर गर्व है।
लांस नायक की मृत्यु पर देश भर में शोक की लहर है. सोशल मीडिया से लेकर तमाम अन्य माध्यमों के जरिए आमजन और बड़ी हस्तियों ने हनुमंतप्पा को श्रद्धांजलि दी है सियाचीन में बर्फ के नीचे छह दिनों तक जिंदा रहकर अदम्य शौर्य का परिचय देने वाले लांस नायक के बार में पीएम ने ट्विटर पर लिखा है कि हनुमंतपपा ने उन्हें 'उदास और व्यथित' को छोड़ दिया है.