बादल बनाने वाली मशीन, जो करेगी वर्षा
गुजरात के एक युवा ने किसानों के लिए एक ऎसी मशीन तैयार की है जिसका नाम सुनकर और इसका उपयोग करने के बाद किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं रह जाएगा। यह मशीन उन किसानों के लिए अधिक खुशखबरी देने वाली है जहां हमेशा किसान सूखे की मार झेलते हैं और वर्षा होने की उम्मीद पर खेती करते हैं लेकिन समय पर बरसात न होने से किसान सूखे की चपेट में आ जाते हैं और उनकी लाखों रूपए की फसल यूं ही बरबाद हो जाती है।
हाल ही में किसानों का यह मामला काफी चला था और आज भी कई जगह किसान पानी की समस्या व समय पर बरसात न होने की समस्या से परेशान हैं। हाल ही में इस समस्या की वजह से कई किसानों पर कर्ज हो गया और कर्ज न चुका पाने की वजह से आत्महत्या का रास्ता अपनाया। किसानों को इस मशीन का तोहफा देते हुए गुजरात के गुजरात के मोहन भाई के कृत्रिम बारिश कराने के दावे के बाद सूखे की मार झेल रहे किसानों में अब बारिश होने की उम्मीद जगी है।
दरसल, खुद को नवसारी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से मिले अवॉर्ड पाने वाले मोहन भाई का दावा है कि उनकी मशीन बादल बना सकती है, जिससे बारिश होगी। मोहन भाई चम्पावत में "मेघराज" नाम की एक ऎसी मशीन लेकर आए हैं जो वातावरण में हॉइड्रोजन एवं ऑक्सीजन के कणों को एकत्रित करती है। जिस के बाद दस से पंद्रह दिनों के अन्दर कृर्तिम बादल बनकर बरसने लगते हैं। मोहन भाई का दावा है कि बारिश पन्द्रह किलोमीटर दायरे होती है।
जब की मोहन भाई के साथ आए वैज्ञानिक पीएस बाघानी गुजरात के कच्छ में इस "मेघराज" मशीन से 18 इंच तक बारिश करवाने की हकीकत की छानबीन कर रहे हैं। स्थानीय किसान पिछले कई महीनों से चम्पावत में बारिश न होने के चलते निराश हैं। वही इस बारिश बरसाने वाली मशीन को लेकर कौतहल बना हुआ है।
वहीं, नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश तिवारी का कहना है कि अगर "मेघराज" मशीन से जो बारिश होने का दावा किया जा रहा है तो अगर यह दावे सही होते तो देश के बुन्देलखंड, राजस्थान जैसे इलाके सूखाग्रस्त नहीं होते।