आरक्षण की आग में ट्रेन हुई खाक
आंध्रप्रदेश में आरक्षण को लेकर भड़की आग में रत्नांचल एक्सप्रेस की ट्रेन की आठ बोगियां जलकर खाक हो गई। पूर्व गोदावरी जिले में कापू समुदाय के लोगों ने आरक्षण की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया। वहीं शाम ढलते-ढलते यह आंदोलन वापस भी ले लिया गया. पुलिस ने बताया कि सभी हिंसक आंदोलन के कारण जाम सभी रेल रूटों को बहाल कर दिया गया है। इससे पहले तुनि रेलवे स्टेशन पर उग्र प्रदर्शनकारियों ने जमकर पत्थरबाजी की, जिसमें दो लोगों के घायल होने की खबर है। ट्रेन की बोगियां जलाने के बाद भीड़ ने तुनि ग्रामीण पुलिस स्टेशन में आग लगा दी, जिसमें कई पुलिसवाले घायल हो गए. इनमें से एक पुलिस कॉन्स्टेबल की हालत गंभीर है। भीड़ ने पुलिस के दो वाहनों समेत 8 गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। कापू समुदाय के लोग पिछड़ा वर्ग में आरक्षण को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने चेन्नई-कोलकाता रेलवे नेटवर्क को भी जाम कर दिया था। रविवार दोपहर बाद प्रदर्शनकारी अचानक उग्र हो गए और उन्होंने रेलवे स्टेशन को निशाना बनाया. वहां खड़ी रत्नांचल एक्सप्रेस पर पहले तो पत्थर बरसाए गए, वहीं बाद में ट्रेन की आठ बोगियों में आग लगा दी गई। गौरतलब है कि बीते साल आंध्र प्रदेश की सरकार ने कापू समुदाय को पिछड़ा वर्ग मे आरक्षण की घोषणा की थी। इसके साथ ही समिति बनाकर पिछड़ा वर्ग में आरक्षण के अनुपात का अध्ययन करने को कहा गया था, ताकि यह निर्णय किया जा सके कि समुदाय को कितना आरक्षण देना है। सरकार ने इस समुदाय के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली आरक्षण के मुद्दे का अध्ययन करने के लिए एक आयोग गठित करने का भी फैसला किया है. समिति को समुदाय के लिए आरक्षण के अनुपात के बारे में सरकार को सिफारिश कर रिपोर्ट पेश करना था। कापू समुदाय प्रदेश में मुख्य रूप से सीमावर्ती जिलों में बसर करते हैं. इनमें उत्तरी तेलंगाना ओर रायलसीमा क्षेत्र मुख्य है. अभी इस समुदाय की गिनती अगड़ी जातियों में की जाती है.