महामस्तकाभिषेक की तैयारियों में जुटा जैन समाज
तपोभूमि ट्रस्ट की बैठक में व्यवस्था जुटाने हेतु बनाई समितियां-25 हजार लोगों के आने का अनुमान
उज्जैन। इंदौररोड स्थित तपोभूमि की स्थापना के 10 वर्ष पूर्ण होने पर यहां 7 फरवरी को जैनियों के महाकुंभ लगेगा। 21 फीट ऊंची भगवान महावीर की प्रतिमा के अनूठे महामस्तकाभिषेक में देशभर से 25 हजार लोगों के आने का अनुमान है। बाहर स्टेडियम बनेगा जिसमें 2 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी, चारों ओर एलईडी लगेगी। आयोजन की तैयारियों को लेकर मुनि प्रज्ञासागरजी के सानिध्य में तपोभूमि ट्रस्ट की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए समितियां बनाई गई तथा कार्य विभाजन किया गया।
मीडिया प्रभारी सचिन कासलीवाल के 7 फरवरी को होने वाले महामस्तकाभिषेक में 1008 लोग विश्वशांति के लिए 2016 नारियलों से बने 16 फीट का एक बड़ा नारियल चढ़ाकर वल्र्ड रिकॉर्ड बनाएंगे। 16 फीट के नारियल को बनाने कोलकाता से 7 कलाकारों की टीम आएगी। नारियल उज्जैन से ही खरीदेंगे। बांस-बल्लियों व नारियल की रस्सी के उपयोग से 10 दिन में यह बनकर तैयार होगा। वर्ष 2016 होने से इसमें 2016 नारियल लेंगे। मुनि प्रज्ञा सागर के सान्निध्य में 5 घंटे के इस अनुष्ठान को देखने देशभर से जैन समाज के 25 हजार से अधिक लोगों के उज्जैन पहुंचने का अनुमान है। विश्व के किसी भी मंदिर में भगवान को चढ़ाए जाने वाले नारियलों में यह नारियल सबसे बड़ा होगा। इसे वल्र्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए इंवेंट मैनेजर जयपुर के सौरभ जैन ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम से बात कर आवेदन किया था। जिसे टीम ने स्वीकार कर लिया। उज्जैन में होने वाले आयोजन की वीडियो रिकॉर्डिंग व फोटो टीम को भेजेंगे। 15 दिन बाद प्रमाण पत्र जारी होने पर ये आयोजन वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल हो जाएगा।
महामस्तकाभिषेक में 10000 रंगीन गुब्बारे छोड़े जाएंगे। 108
जैन पचरंगी ध्वज लहराएंगे तथा 2100 किलो सामग्री से मस्तकाभिषेक जिसमें 500 लीटर दूध सहित पंचामृत, 100 किलो चंदन, 100 किलो औषधियां, 1100 लीटर गुलाब जल, पवित्र नदियों, सरोवर व समुद्र जल और 300 किलो अक्षत, फूल, सुगंधित द्रव्यों सहित कई सामग्रियों का उपयोग किया जाएगा। पूजन के लिए 1008 पांडु शिलाएं बनेगी। 1008 सौधर्म इंद्र अनुष्ठान में शामिल होंगे। महामस्तकाभिषेक को खास बनाने के लिए पारस चैनल के जरिए आयोजन का विश्वभर में लाइव प्रसारण करेंगे। पंजाब का प्रसिद्ध फतेह बैंड आएगा। जो धार्मिक धुनें सुनाएगा। कलश करने वाले लाभार्थियों को वहीं से वस्त्र मिलेंगे तथा कैम्प में उन्हें ही प्रवेश मिलेगा सभी को बैच दिये जाएंगे। सबसे पहले जल के अभिषेक तथा बाद में होगी शांतिधारा सभी को नंबर दिये जाएंगेे जिसके हिसाब से महामस्तकाभिषेक में भाग ले सकेगा। प्रवेश स्थल पर भी कम्प्यूटराईज सिस्टम होगा जो पहचान के बाद ही अंदर प्रवेश मिल सकेगा। यहां आने वाले लोगों की सूची 5 फरवरी तक कम्पलीट हो जाएगी।
बच्चों का काॅर्निवाल लगेगा, सुरक्षा के होंगे कड़े इंतजाम
महोत्सव में बच्चों के लिए एक अलग झोन बनेगा जिसमें उनके लिए विभिन्न प्रकार के गेम उपलब्ध होंगे। रिंग गेम, तीर कमान, रेल बनेगी, झूले, जयपुर से बच्चों के लिए स्पेशल खेलकूद के विभिन्न संसाधन आएंगे। हजारों लोगों के खाने की व्यवस्था की जा रही है। आयोजन में सबको अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं जिसमें यातायात समिति, आवास समिति, भोजन समिति, प्रकाश समिति, सुरक्षा समिति, कलश समिति सहित अनेक समितियों का गठन किया गया। सुरक्षा के कड़े इंतजाम होंगे। सभी जगह सीसीटीवी कैमरेे लगाए जाएंगे। वाॅकी टाॅकी से वालेंटियर भी होंगे।
महाराजश्री के सानिध्य में हुई बैठक में महोत्सव अध्यक्ष नवीन जैन गाजियाबाद, सचिव महेश जैन, उपाध्यक्ष पवन बोहरा, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र लुहाडि़या, सुगनचंद सेठी, फूलचंद छाबड़ा, सुनील जैन ट्रांसपोर्ट, डाॅ. नेमीचंद जैन, इंदरमल जैन, महेन्द्र रांवका, अमृतलाल जैन, ओमप्रकाश जैन, सुशील गोधा, संजय बड़जात्या, राजकुमार सालगिया, धर्मेन्द्र सेठी, देवेन्द्र जैन, हेमंत गंगवाल, भूषण जैन, मिलचंद जैन, तेजकुमार विनायका, महेन्द्र लुहाडि़या, संजय बोहरा, सुधीर चांदवाड़ा, सुनील जैन, निर्मल सेठी, राजेन्द्र बड़जात्या, सोहनलाल जेन, जयेश जैन, धर्मचंद पाटनी, संतोष लुहाडि़या, दीपक जैन, विनोद बड़जात्या, अतुल सौगानी, विकास सेठी, गिरीश बड़जात्या, दिलीप कासलीवाल, प्रदीप जैन, रमेश जैन, कमल मोदी, आरसी गंगवाल, बसंत जैन, दिनेश जैन, धीरेन्द्र सेठी, संजय बालमुकुंद जैन, पुष्पराज जैन, सौरभ कासलीवाल, चंदा बिलाला, ज्योति जैन, बिनी बिलाला सहित सकल दिगंबर जैन समाज तथा सामाजिक संसद के सदस्य उपस्थित थे।