बिना दिल के जिंदा है ये इंसान
डाक्टरों का कमाल बिना दिल के जिंदा है इंसान, कैसे
हमारे शरीर के कुछ अंग ऎसे हैं जिन अंगों अंगों के बगैर इंसान जिंदा नहीं रह सकता। हालांकि कुछ अंग के दो पाटस होते हैं जैसे किडनी आदि। अगर इंसान के शरीर में एक किडनी खराब हो जाए तो इंसान दूसरी किडनी पर निर्भर रहकर अपना जीवन जी सकता है। लेकिन कुछ अंग हमारे शरीर में एक ही होते हैं जिनके खराब होने पर जिंदा रहना मुश्किल है या यूं कहें कि इन अंगों के खराब होने पर आदमी जिंदा नहीं रह सकता।
हम आपको बता रहे हैं एक ऎसे इंसान के बारे में जिसका दिल नहीं है और वह बिना दिल के ही जिंदा रह रहा है। दरअसल हमारे शरीर मे दिल एक ऎसा महत्वपूर्ण अंग है जिसके न धडकने पर इंसान की कुछ ही पल में मौत हो जाती है लेकिन एक आदमी बिना दिल के जिंदा है। जानकारी के अनुसार 55 वर्षीय क्रेग लुईस पांच सप्ताह तक बिना नाडी के रहे।
बिना दिल वाले क्रेग को निरंतर प्रवाह तकनीक से पूरे शरीर में खून पहुंचाया गया। आज एक ऎसे व्यक्ति से मिलवाते हैं जिसकी धडकन पिछले 3 साल से बंद है पर वह जिंदा है। दरअसल इस व्यक्ति के सीने में दिल है ही नहीं। बिना दिल के इतने दिनों तक जीवित रहना किसी चमत्कार से कम नहीं है।
मार्च 2011 में 55 साल का क्रेग लुईस नाम का एक मरीज जानलेवा दिल की एक बीमारी से जूझ रहा था। उसे टेक्सास के हार्ट इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया गया।
इस बीमारी में शरीर के अंदरूनी अंगों में प्रोटीन जमा होने लगता है जिससे कुछ ही दिन में ह्वदय, लीवर, किडनी काम करना बंद कर देते हैं। वैसे डॉ. बिली कोन और डॉ. बड फ्रेजीयर ने इस बीमारी से पीडित लुईस के सीने में एक यंत्र लगाया।
जिसे वे "कंटीन्यूअस फ्लो डिवाईस" कहते हैं। इस यंत्र की मदद से रोगी के शरीर में रक्त का प्रवाह होता रहता है और इसके लिए दिल के धडकने की आवश्यकता नहीं है। इस यंत्र को फिट करने से पहले डॉक्टरों ने लुईस का ह्वदय निकाल लिया था। तब से लुईस बिना ह्वदय के जिंदा है।