मैं 90 किलो की, पति 60 का, साहब आप उसे सुधार दो नहीं तो फिर मैं उसे पटक दूंगी
इंदौर. एक महिला ने जनसुनवाई में शिकायत करते हुए कहा मेरा वजन 90 किलो है, पति का 60 किलो, मैं उसे उठाकर पटक दूंगी। वहीं, यही महिला कलेक्टर की जनसुनवाई में गई और वहां गरीबी रेखा का कार्ड बनाने की गुहार लगाई, नहीं तो मरने की बात कही।
इस तरह जनसुनवाई में आए अनोखे केस
कलेक्टोरेट में हुई जनसुनवाई में लता चौधरी ने कलेक्टर पी. नरहरि के सामने कहा कि साहब दो बार पंखे से लटककर आत्महत्या करने की कोशिश कर चुकी हूं, लेकिन पंखा भी साथ नहीं देता, वह दो बार टूट गया। मैं बहुत गरीब हूं, मेरी मदद करो और गरीबी रेखा का कार्ड बनवा दीजिए या मरने की मंजूरी दीजिए। हुकमचंद मिल में सालों तक पति किशोर चौधरी ने काम किया, उन्हें भी हक का पैसा अभी तक नहीं मिला, हमें वह पैसा दिलवा दीजिए। बड़ी मुश्किल से घर चल रहा है।
पति को उठाकर पटक दूंगी
इधर, लता पुलिस कंट्रोल में हुई जनसुनवाई में भी पहुंची। यहां उसने डीआईजी संतोषकुमार सिंह से शिकायत में कहा- मैं अपने बेटे (जितेंद्र) और पति से परेशान हूं। वे आए दिन शराब पीकर आते हैं। बेटे का आपराधिक रिकॉर्ड भी है। जेल जाने के बाद भी वह सुधर नहीं रहा है। पति भी शराब की लत नहीं छोड़ता। आप समझा दो नहीं तो मेरा वजन 90 किलो है, पति 60 किलो का, मैं उसे उठाकर पटक दूंगी।
मेरे पति बेटी को उठा ले गए
शेखर प्लेनेट में रहने वाली स्मिता सिंह ने पति के खिलाफ शिकायत की। स्मिता का आरोप है कि पति एक हॉलिडे टूर एंड ट्रेवल्स कंपनी में एरिया सेल्स मैनेजर हैं। उन्होंने 2002 में लव मैरिज की थी। दो बेटियां हुईं तो पति, सास और ननदें प्रताड़ित करने लगीं। पति एक बेटी को बिना बताए ले गया और अब मिलने नहीं देता। पुलिस को चार बार शिकायत की, लेकिन एफआईआर नहीं लिखी गई। पति ने 12 अक्टूबर को तलाक का नोटिस देकर मुझे अलग कर दिया। इस पर डीआईजी के निर्देश पर महिला टीआई ज्योति शर्मा ने एफआईआर दर्ज की है।