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एयरबेस की एक बिल्डिंग में ब्लास्ट, यहीं छिपे हैं दो आतंकी


 

नई दिल्ली. पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हमले के तीन दिन बाद भी ऑपरेशन थमा नहीं है। शनिवार तड़के 3 बजे यहां जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने हमला किया था। तब से अब तक लगातार फायरिंग और धमाके हो रहे हैं। 4 आतंकी मारे जा चुके हैं। दो और टेररिस्ट की एयरबेस के अंदर तलाश की जा रही है। ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में आर्मी ने बताया कि एक बिल्डिंग में दो आतंकी घुसे थे। उसे अभी तक क्लियर नहीं किया जा सका है। हमारे 7 कमांडो और जवान शहीद हुए हैं।

 

कितने बड़े एरिया में चल रहा है ऑपरेशन...

- एयरबेस 18 किलोमीटर एरिया में फैला बताया जाता है।
- आतंकियों की तलाश 12 किलोमीटर रेडियस वाले इलाके में हो रही है।

 

'पाकिस्तान स्ट्रेटेजी' पर सुषमा ने बुलाई मीटिंग

- रविवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को लेकर स्ट्रेटेजी को लेकर एक्सपर्ट्स की मीटिंग बुलाई।
- मीटिंग में उन डिप्लोमेट्स से बात की गई जो पाकिस्तान में तैनात रहे हैं या उन्हें वहां की जानकारी है। 
- इस मीटिंग में एसके लांबा, जी पार्थसारथी, श्याम सरन, शिवशंकर मेनन, सत्यव्रत पॉल, शरद सभरवाल और टीसीए राघवन जैसे अफसर शामिल थे।

 

देश का सिक्युरिटी सिस्टम शर्मसार क्यों?

 

1. रातभर पता नहीं लगा पाए लोकेशन?

- शनिवार और रविवार रात को एयरबेस के अंदर जब कॉम्बिंग ऑपरेशन रोका गया, तब आतंकियों ने भी अपना मूवमेंट रोक दिया।

- सुबह उन्होंने फिर फायरिंग शुरू कर दी। दो रातों तक आतंकियों का पता नहीं लगाया जा सका।

2. मारे गए साथी के पास थे आतंकी?

- एनएसजी के एक कमांडो लेफ्टनेंट कर्नल निरंजन रविवार को उस वक्त शहीद हो गए जब वे एक आतंकी की बॉडी रिकवर कर रहे थे।

- बताया जा रहा है कि मारे गए आतंकी की बॉडी पर उसके साथियों ने आईईडी प्लांट कर दिया था।

- मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि रात के वक्त बचे हुए आतंकी मारे गए अपने साथी की बॉडी के आसपास ही थे। लेकिन उन्हें ट्रेस नहीं किया जा सका।

3. दिल्ली में भी घुस गए टेररिस्ट?

- सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के करीब 8 आतंकियों ने पंजाब के रास्ते घुसपैठ की थी।

- 6 आतंकी पठानकोट एयरबेस के अंदर पहुंचे। जबकि जैश के दो आतंकी दिल्ली में घुसने में कामयाब हो गए।

4. फिर उसी रास्ते आया आतंक?

- आतंकियों ने घुसपैठ के लिए पठानकोट के पास दरिया उज्ज के उसी इलाके का इस्तेमाल किया जहां से जुलाई में गुरदासपुर में हमला करने आतंकी घुसे थे।

- इसे बीएसएफ, पंजाब की बॉर्डर पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियों का बड़ा फेल्योर माना जा रहा है कि वे उस अकेले रास्ते को बंद नहीं कर पाए।

5. ...और सबसे बड़ा सवाल : एनएसजी बुला ली, फिर भी नहीं रोक पाए हमला?

- केंद्र सरकार इस बात पर पीठ थपथपा रही है कि पुलिस अफसर की किडनैपिंग की कोशिश और स्पेसिफिक इंटेलिजेंस इनपुट के बाद हमले से एक दिन पहले ही 150 एनएसजी कमांडो को रवाना कर दिया था।

- पठानकोट के सभी बड़े बाजारों को 1 जनवरी को बंद कराया जा चुका था। एयरफोर्स बेस को भी अलर्ट किया जा चुका था।

- लेकिन सूत्रों के मुताबिक, पठानकोट एयरबेस को 1 जनवरी की शाम सील किया गया। आतंकी उससे पहले ही एयरबेस के पास पहुंच चुके थे और देर रात 3 बजे दीवार फांदकर अंदर घुस गए।

- पूरे इंटेलिजेंस इनपुट के बाद भी हमला नहीं रोका जा सका। यही नहीं, डेढ़ दिन बाद भी वे ऑपरेशन खत्म करने की स्थिति में नहीं हैं।

- आतंकियों के पास एके 47 राइफल, अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, 52 एमएम मोर्टार राइफल और जीपीएस मशीनों जैसे भारी सामान थे। इसके बावजूद 24 घंटे तक वे पठानकोट के अंदर ट्रेस नहीं हो पाए।

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