ट्रेन में बच्ची हुई बीमार, पिता के ट्वीट पर रेलमंत्री ने फौरन पहुंचाई मदद
कोलकाता. एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने ट्रेन में सफर के दौरान डिहाइड्रेशन का शिकार हुई बेटी के इलाज के लिए सुरेश प्रभु को ट्वीट किया। प्रभु ने फौरन अफसरों को ऑर्डर दिए। आसनसोल स्टेशन पर बीमार बच्ची को मेडिकल केयर मिल गई। अब बच्ची की हालत बेहतर है।
ट्रेन में जब बच्ची की हालत बिगड़ी तो क्या हुआ...
- शंकर पंडित बुधवार को भागलपुर-बेंगलुरू अंग एक्सप्रेस से पत्नी और दो साल की बेटी के साथ बेंगलुरू जा रहे थे।
- कुछ देर बाद बेटी बीमार हो गई। बच्ची को लगातार लूज मोशन हो रहे थे। इस वजह से वह डिहाइड्रेशन का शिकार हो गई।
- कम्पार्टमेंट में कई लोगों ने बच्ची की मदद की कोशिश की। लेकिन उसकी हालत बिगड़ती गई।
पिता ने खोजा तरीका
- पंडित के मुताबिक, उनके पास काफी लगेज था। इसके अलावा वह किसी अनजान स्टेशन पर उतरने का रिस्क भी नहीं ले सकते थे।
- उन्हें एक तरीका सूझा। उन्होंने रेलमंत्री को ट्वीट कर अपनी प्रॉब्लम बताई और फौरन मदद पहुंचाने की अपील की।
- कुछ ही मिनट में रेलमंत्री के दफ्तर से उनके पास फोन आया। उनकी लोकेशन पूछी गई।
- इसके बाद तो कई अफसरों के फोन उनके पास आने लगे।
स्टेशन पर पहुंची मेडिकल टीम
- पंडित के मुताबिक, बुधवार रात 8.50 बजे ट्रेन जैसे ही आसनसोल स्टेशन पर रुकी। उनके कोच के ठीक सामने मेडिकल टीम मौजूद थी।
- बच्ची को एम्बुलेंस से डिविजनल रेलवे हॉस्पिटल लाया गया। उसका ट्रीटमेंट शुरू हुआ।
- हॉस्पिटल सूत्रों के मुताबिक, जब बच्ची को हॉस्पिटल लाया गया, तब उसकी हालत काफी सीरियस थी। बच्ची लगभग बेहोश थी।
- रेलवे की तारीफ करते हुए पंडित ने बताया कि बच्ची अब खतरे से बाहर है। उन्होंने यह भी बताया कि रेलवे ने केवल बच्ची को ही नहीं बचाया बल्कि आसनसोल से बेंगलुरू का कन्फर्म टिकट भी उन्हें अवेलेबल कराया।
भूखे बच्चे को दूध भी पहुंचाया था
नवंबर में एक बीमार महिला की ट्वीट मिलने पर रेलवे की ओर से मेडिकल असिस्टेंस दी गई थी। इसके कुछ दिनों बाद ट्वीट के जरिए मैसेज मिलने पर प्रभु ने एक बच्चे के लिए दूध भी अरेंज कराया था।