10 करोड़ का आसामी निकला हेड कांस्टेबल, रीवा में आलीशान बंगले और करोड़ों की जमीन
रीवा मध्य प्रदेश लोकायुक्त पुलिस ने आरटीओ विभाग में पदस्थ प्रधान आरक्षक अरुण प्रताप सिंह के इंदौर स्थित ठिकानों के अलावा रीवा शहर में भी दो ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा संपत्ति का खुलासा हुआ है.
लोकायुक्त पुलिस की टीम रीवा के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में अरुण प्रताप सिंह के मकान पर सोमवार सुबह से छापे की कार्रवाई कर रही है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम नेबूहा में 30 एकड़ कृषि योग्य भूमि, रीवा में दो प्लॉट हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में आलीशान भवन सहित कई स्थानों में जमीन में निवेश का खुलासा हुआ है.
रीवा शहर में दो जगहों पर डीएसपी स्तर के अलग-अलग अधिकारियों के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम दस्तावेजों को खंगालने में जुटी है. माना जा रहा है कि कार्रवाई पूरी होने पर अन्य कई बेनामी संपत्तियों का खुलासा हो सकता है. जांच में जुटे अधिकारियों ने जमीन में निवेश से जुड़े दस्तावेज मिलने की पुष्टि की है.
अरुण सिंह पिछले 30 साल से सरकारी नौकरी में है. एक अनुमान के तहत उनकी कुल आय 50 लाख से ज्यादा की नहीं होना चाहिए थीं.
इंदौर में छापे की कार्रवाई कर रहे अधिकारियों के मुताबिक अब तक की संपत्तियों में
-इंदौर के अन्नपूर्णा इलाके में तीन मंजिल का बड़ा मकान,यहाँ चल रही है छापे की कार्यवाही.
-स्कॉर्पियो सहित तीन कारें मिलीं
-6-6 हजार स्क्वेयर फ़ीट के दो प्लॉट पत्नी के नाम पर
-रीवा में 30 एकड़ जमीन
-रीवा के पास ही 25 एकड़ का फॉर्म हॉउस
-रीवा में 8-8 हजार स्क्वेयर फ़ीट के दो प्लाट
-रीवा में दो मकान होने के दस्तावेज मिले
-इंदौर के महू रोड पर फॉर्म हॉउस
-इंदौर में बेटे के नाम से दो फ्लैट
-8 बैंक एकाउंट और कुछ लॉकर के दस्तावेज छापे में मिले हैं.