नए साल में बाजार को नई उंचाईयां मिलने की उम्मीद
जीएसी में भले ही देरी हो रही है लेकिन सरकार इसके प्रति गंभीर है। इंफोसिस को जीएसटी का सेंट्रल सॉफ्टवेयर बनाने का कॉन्ट्रैक्ट इसी का नतीजा है। नए आईपीओ एल्केम और डॉ लाल पैथलैब 30 और 50 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुए। ये निवेशकों का बाजार पर एक तरह का भरोसा बढ़ने का संकेत है।
पिछले हफ्ते
रिलायंस कम्युनिकेशंस और एयरसेल के मर्जर के चलते भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में ये कंपनी चौंथी बड़ी कंपनी बन जाएगी। इंडस्ट्री में ये कंसोलिडेशन का संकेत है। बैंकरप्सी कोड को संसद की कमेटी को सौंप दिया गया है। इसके पास होने से भारत की आसान कारोबार वाले देशों की रैंकिंग में बढ़ोतरी होगी।
टेक्निकल आउटलुक
निफ्टी ने निचले स्तरों से अच्छी तेजी दिखाई है। निफ्टी पर 7550 का लेवल खरीदारी का मजबूत लेवल है। बाजार ने निचला स्तर बना लिया है। 8000 के स्तर से ऊपर निफ्टी के निकलने पर बाजार में तेजी का बड़ा संकेत मिलेगा। ट्रेडरों को लंबे समय की पोजीशन की सलाह है जबकि निवेशकों को बाजार में बने रहने की सलाह है। निफ्टी में छोटी-मोटी गिरावटों के बावजूद तेजी जारी रहेगी।
हफ्ते से उम्मीद
निफ्टी के 7550 का स्तर छूने के बाद तेजी के संकेत हैं। इस लेवल पर विदेशी निवेशकों का सपोर्ट मिलेगा। फेड के ब्याज दरें बढ़ाने, जीएसटी लागू होने में देरी और सरकार का ठंडा कामकाज को बाजार ने डिस्काउंट कर लिया है। हम नए साल में प्रवेश करने वाले हैं कोई भी 31 दिसंबर से पहले बड़े निवेश के मूड में नही है। इसलिए साल के आखिरी हफ्ते में बाजार एक रैंज में ही ट्रेड करेगा।