बैल के मरने के बाद बनाई समाधि, मालिक ने कराया मुंडन
इंदौर. एक बैल के मरने के बाद उसका अंतिम संस्कार सगे संबंधियों की तरह किया गया। फूलों से सजी बैलगाड़ी पर बैल पर शवयात्रा निकली। बैल के मालिक ने रवींद्र ने मुंडन संस्कार कराया और खेत पर उसकी समाधि भी बनाई। 12 दिन बाद मृत्युभोज भी कराया जाएगा।
फूलों से सजी बैलगाड़ी। आगे-आगे ताशे बजाते लोग और ग्रामीणों का समूह। बोधगांव में रविवार को जिसने भी यह नजारा देखा सोचा गांव की बरात होगी। लेकिन ऐसा नहीं था। यह तैयारी एक बैल की अंतिम यात्रा को लेकर की गई। दरअसल गांव के किसान रवींद्रसिंह मानसिंह चौहान के बैल की रविवार को मौत हो गई।
रवींद्रसिंह ने बताया 25 साल पहले उसके घर एक गाय ने बछड़े को जन्म दिया था। उसका नाम नंदी रखा गया। जन्म से लेकर अब तक नंदी को परिवार के सदस्य की तरह रखा।
रवीेंद्र ने बताया नंदी के प्रति उसका प्रेम इतना था कि उसकी देखभाल के लिए पढ़ाई तक छोड़ दी। उसने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की है। रविवार को नंदी की सांसें उखड़ी तो रवींद्र ने उसका अंतिम संस्कार सगे-संबंधी की तरह किया।
रवींद्र ने बताया बैल का अंतिम संस्कार गोवंश की रक्षा व दूसरों को भी इस दिशा में प्रेरित करने के लिए किया है। मृत बैल की समाधि उन्होंने अपने खेत पर बनवाई है।
रिश्तेदारों को बुलाया, मुंडन कराया
रवींद्र ने बैल के मौत की खबर रिश्तेदारों को दी। सुबह 10 बजे तक सब एकत्रित हो गए। बैल को गाड़ी में डालकर उसकी अंतिम यात्रा निकाली। उसने मुंडन भी कराया। बताया 12 दिन बाद मृत्युभोज भी कराया जाएगा। लगभग पूरा गांव अंतिम यात्रा में शामिल हुआ। महिलाएं गांव के मुहाने तक यात्रा के पीछे आई, वैसे ही जैसे किसी व्यक्ति के मरने पर जाती हैं।