top header advertisement
Home - आपका ब्लॉग << सिंहस्थः चैराहों का हो सौंदर्यीकरण

सिंहस्थः चैराहों का हो सौंदर्यीकरण



डाॅ. चन्दर सोनाने
आगामी 22 अप्रैल से 21 मई 2016 के बीच उज्जैन में आस्था और विश्वास का महाकुंभ सिंहस्थ का आयोजन होने जा रहा हैं। इस अवधि में करीब 5 करोड श्रद्धालुओं के उज्जैन आने की संभावना हैं। प्रदेश के हर कोने के साथ ही देश भर और विदेश से भी श्रद्धालु उज्जैन आएंगे। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को उज्जैन आने पर उज्जैन एक साफ सुथरा शहर दिखाई दे, इसके लिए उज्जैन के प्रत्येक प्रमुख चैराहों का सौंदर्यीकरण आवश्यक हैं।
बाहर से आने वाले श्रद्धालु सबसे पहले रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के द्वारा नगर में प्रवेश करेंगे। इसलिए रेलवे स्टेशन को आकर्षित बनाया जाना आवश्यक हैं । गत सिंहस्थ में रेलवे स्टेशन को आकर्षक स्वरूप दिया गया था। इस समय ऐसी कोई हलचल वहां दिखाई नही दे रही हैं। अभी भी समय हैं। रेलवे स्टेशन और फ्लेग स्टेशन को आकर्षक बनाया जा सकता हैं। उज्जैन के मुख्य रेलवे स्टेशन के सामने आकर्षक फव्वारा भी लगाया जा सकता हैं।
श्रद्धालु बस स्टेशन अथवा सेटेलाईट टाउन (उप नगर) पर उतरेंगे, तब उन्हें वहां पर्याप्त साफ-सफाई के साथ ही उन्हें आकर्षक रूप देना भी आवश्यक हैं।  उज्जैन के नानाखेडा बस स्टैंड और  देवासगेट बस स्टैंड पर वर्तमान में साफ-सफाई की अत्यंत आवश्यकता हैं। दोनो जगह सिंहस्थ के दौरान पर्याप्त साफ-सफाई रहे इसकी सुव्यवस्थित व्यवस्था की जाना आवश्यक हैं।
उज्जैन शहर के प्रमुख चैराहों का सौंदर्यीकरण के लिए जरूरी हैं कि प्रत्येक मुख्य चैराहे पर आकर्षक रोटरी बनाई जाए । रोटरी इस प्रकार बने कि जहां यातायात पुलिस का जवान सुविधा पूर्वक अपने कार्य एवं दायित्व का निर्वहन भी कर सके। इसके लिए बारिश और धूप से बचाव के लिए रोटरी पर छतरी बनाना भी मानवीय दृष्टिकोण से उपयोगी रहेगा। रोटरी अधिक बड़ी नही हो, यह भी ध्यान रखना आवश्यक हैं। सिंहस्थ में पैदल चलने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा हो, इसके लिए चैराहा पर्याप्त चैडा होना आवश्यक हैं। हर चैराहे पर डिवाइडर लगे रहने से यातायात भी सुगमता पूर्वक सम्पन्न हो सकेगा।
 देश विदेश से आने वाले श्रद्धालु भूतभावन महाकाल की नगरी में पुण्यसलीला शिप्रा नदी में डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त करने आ रहे हैं तो उन्हें शहर में प्रवेश के समय ही आकर्षक और मनभावन नजारा दिखाई देना चाहिए।



Leave a reply