इंडियन ऑयल का मार्केटिंग मैनेजर निकला ISIS का एजेंट, जयपुर ATS ने अरेस्ट किया
जयपुर।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन
(आईओसी) का मार्केटिंग मैनेजर मोहम्मद सिराजुद्दीन आतंकी संगठन आईएसआईएस का एजेंट निकला।
गुरुवार को राजस्थान एटीएस ने उसे जवाहर नगर के एक फ्लैट से अरेस्ट कर लिया। सीरिया
जैसे कई इस्लामिक देशों में उसके 80 कॉन्टैक्ट का पता चला है। उसे कल सुबह कोर्ट में
पेश किया जाएगा।
कहां का
है सिराजुद्दीन?
वह गुलबर्गा,
कर्नाटक का निवासी है। उसकी फैमिली बेंगलुरु में रहती है। 15 दिन पहले मिली एक इन्फॉर्मेशन
के बाद एटीएस ने उसकी एक्टिविटीज को फॉलो किया। बाद में शक पुख्ता होने पर उसे अरेस्ट
कर लिया गया।
जांच में
क्या मिला?
शुरुआती जांच
में सीरिया सहित कई इस्लामिक देशों के 80 से ज्यादा लोगों से सिराजुद्दीन के कॉन्टैक्ट
का खुलासा हुआ है। सस्पेक्ट का लैपटॉप और मोबाइल जब्त किया गया है। वह काफी पहले से
ही आईएसआईएस से जुड़ा हुआ था। जयपुर आने के बाद वह ज्यादा सक्रिय हो गया था। आईएसआईएस
के कैंपेनर के तौर पर सिराजुद्दीन के तार अजमेर से भी जुड़े होने का पता चला है।
23 भारतीय
अब तक आईएस से जुड़ चुके
अब तक 23
यंगस्टर्स आईएस में शामिल होने के लिए भारत से इराक-सीरिया जा चुके हैं। इनमें छह की
आईएस की ओर से लड़ते हुए मौत हो चुकी है। एक वापस मुंबई लौट चुका है। आईएस से प्रभावित
30 यंगस्टर्स को अब तक इराक-सीरिया जाते हुए अलग-अलग जगहों पर पकड़ा गया है। कुछ को
तो सऊदी अरब ने वापस भेजा है।
राजस्थान
के जिलों में अलर्ट
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सिराजुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान पुलिस ने सभी जिला एसपी और
रेंज आईजी को अलर्ट जारी किया है।
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- चार माह पहले ही सिराजुद्दीन ने पत्नी और बेटे को बेंगलुरु भेज दिया
था। वह पिछले डेढ़ साल से यहां रह रहा है।
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- जवाहर एन्क्लेव के करीब 100 फ्लैटों में कई कंपनियों के कर्मचारी
रहते हैं। इसमें आईओसी के इम्प्लॉई भी रहते हैं।
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सोशल मीडिया
से करता था नेटवर्किंग
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सिराजुद्दीन को जवाहर एन्क्लेव स्थित फ्लैट बी-605 से अरेस्ट किया गया।
एटीएस बरामद लैपटॉप से डाटा रिकवर करने की कोशिश में है।
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पुलिस सूत्रों के मुताबिक वह वॉट्सऐप और फेसबुक जैसी सोशल साइटों पर
एक्टिव था।
- उसे राजस्थान में आईएसआईएस का नेटवर्क फैलाने की जिम्मेदारी सौंपी
गई थी।
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उसने सोशल मीडिया पर कई ग्रुप बनाए थे। वह कई लड़के-लड़कियों को आईएस
ज्वाइन करने के लिए लुभाता था।
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- उसके रूम से आईएसआईएस की ऑनलाइन मैगजीन 'दाबिक' की कॉपियां भी बरामद
हुई हैं।
- आईएस का नेटवर्क फैलाने के लिए वह कई बार अजमेर जा चुका है। इस वक्त अजमेर जेल में
गुलबर्गा के पांच टेररिस्ट बंद हैं।