राष्ट्रपति भवन को हॉस्पिटल बनाना चाहते थे गांधीजी, नेहरू ने किया था मना
भारत के
प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी का 11 दिसंबर को जन्मदिन है। इस मौके पर dastaknews.com
राष्ट्रपति भवन के बारे में एक वाकया बता रहा है, जब इसे एक हॉस्पिटल बनाने की
इच्छा व्यक्त की गई थी। जवाहरलाल नेहरू की जीवनी पर शंकर घोष की एक बुक में इससे
जुड़े तथ्य हैं।
आजादी के
समय महात्मा गांधी चाहते थे कि रायसीना हिल्स पर बने 340 कमरों के राष्ट्रपति भवन
को हॉस्पिटल बनाया जाए। प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू राजी नहीं हुए। जबकि, इसके
लिए गवर्नर जनरल लार्ड माउंटबेटन तैयार हो गए थे।
जब नेहरू जी ने रोक दिया
तब आजादी
के ठीक बाद महात्मा चाहते थे कि, "भारत की नई सरकार सादगी से रहे और उसके
मंत्री सरकारी धन खर्च न करें।" गांधीजी ने सुझाव दिया था कि गर्वनर जनरल और
बाकी लोग महलनुमा आवास छोड़े और छोटे मकानों में रहें। माउंटबेटन तो राजी हो गए, पर
नेहरूजी ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।
गांधी जी ने और क्या दिए थे सुझाव
- इस
किताब के मुताबिक गांधीजी ने मंत्रियों को प्रतिमाह कम वेतन देने की भी बात कही
थी।
-
महात्मा चाहते थे कि माउंटबेटन अपना बड़ा आवास छोड़कर तीन मूर्ति भवन में शिफ्ट हो
जाएं।