सिंहस्थः स्वच्छ उज्जैन - स्वच्छ सिंहस्थः पहल जरूरी
डाॅ. चन्दर सोनाने
आगामी 22 अप्रैल से 21 मई 2016 तक उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होने जा रहा हैं। इस सिंहस्थ में करीब 5 करोड श्रद्धालुओं के आने की संभावना हैं। किसी भी षहर में बाहर से आने वाले व्यक्ति को सबसे पहले स्वच्छता या गंदगी ही प्रभावित करती है। इसलिए आगामी सिंहस्थ के लिए स्वच्छ उज्जैन -स्वच्छ सिंहस्थ का लक्ष्य तय कर नगर निगम व जिला प्रशासन को पहल करना चाहिए। इसके लिए “एक दिन आठ वार्ड“ का लक्ष्य तय कर यदि स्वव्छता अभियान चलाया जाये तो आगामी सिंहस्थ में निश्चित रूप से श्रद्धालुओं को स्वच्छ उज्जैन व स्वच्छ सिंहस्थ का स्वरूप दिखाई देगा।
स्वच्छ उज्जैन और स्वच्छ सिंहस्थ का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए जरूरी हैं कि हम उज्जैन की संरचना को देखे। उज्जैन षहर कुल 54 वार्ड में बंटा हुआ है। यदि सफाई कर्मचारियों के आठ समूह बनाए जाये और इन आठ समूह के द्वारा प्रतिदिन आठ वार्डो की पूर्ण सफाई करने के लिए अभियान चलाया जाये तो निश्चित रूप से यह अभियान सफल होगा। प्रत्येक वार्ड में एक समूह पूरे वार्ड की सघन सफाई करेगा। इसमें वार्ड की प्रत्येक नाली व नालों की न केवल सफाई की जाएगी अपितु इन नालियों ओर नालों से निकली गंदगी को भी उसी दिन हटाया जाएगा। प्रत्येक समूह पर एक दरोगा रहेगा जो उस वार्ड की सम्पूर्ण सफाई को सुनिश्चित करेगा। इसके साथ ही उस दिन वार्ड के प्रत्येक बगिचों की भी सफाई की जाये तो स्थिति बदलते देर नही लगेगी। प्रतिदिन आठ वार्डो का चक्र निरन्तर आगे के वार्डो में चलता रहेगा। इससे प्रतिदिन शहर के आठ वार्डो की सफाई होती रहेगी।
वर्तमान में उज्जैन षहर के किसी भी वार्ड में चले जाये तो वहां स्पश्ट रूप से दिखाई देगा कि वहां हफ्तो , महिनों से झाडू नही लगी हैं और न ही नालियों और नालों की सफाई की गई हैं। प्रत्येक वार्ड में प्रमुख स्थानों पर वार्ड के पार्शद और जोन प्रभारी के नाम तथा उनके टेलीफोन नम्बर सूचना पटल पर प्रदर्शित किया जाना चाहिए। उस सूचना पटल में वार्ड की सफाई का दिन भी अंकित किया जाना चाहिए, ताकि तय दिन या तय समय पर वार्ड में सफाई नही होने पर संबंधित अधिकारी को टेलीफोन नंबर पर नागरिकों द्वारा सूचना दी जा सके।
नगर की साफ सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम की होती हैं इसलिए महापौर श्रीमती मीना जोनवाल , नगर निगम अध्यक्ष श्री सोनू गेहलोत व नगर निगम आयुक्त श्री अविनाश लवानिया की महती जिम्मेदारी हैं कि वे नगर को
स्वच्छ बनाएं। यदि वे नियमित रूप से साफ सफाई का दिन निर्धारित कर देते हैं। तो निश्चित रूप से उज्जैन के वाशिंदे उनका आभार मानेंगे। सिंहस्थ की दृश्टि से “स्वच्छ उज्जैन: स्वच्छ सिंहस्थ“ को ध्यान में रखकर कार्य योजना बनाकर तथा उसका उचित ठंग से क्रियान्वयन करना भी जरूरी हैं।
सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए संभागायुक्त डाॅ.रवीन्द्र पस्तोर और कलेक्टर श्री कवीन्द्र कियावत भी इस दिशा में अपने स्तर पर सार्थक पहल करेंगे तो यह लक्ष्य अवश्य प्राप्त किया जा सकता हैं। जरूरी हैं सिर्फ दृढ़ संकल्प शक्ति की।