त्रिवेणी -नवग्रह शनि मंदिर
शिप्रा नदी के त्रिवेणी घाट पर नवग्रह का यह मन्दिर यात्रियों के आकर्षण का प्रमुख केन्द्र हैं। त्रिवेणी घाट के पास शिप्रा नदी पर खान नदी का संगम हैं। इस नदी का नाम पास ही इन्दौर शहर में बाणगंगा हैं। कुछ लोग इस नदी को तुंगभद्रा भी मानते थे। त्रिवेणी संगम की कल्पना के साथ अदृश्य नदी सरस्वती की पौराणिक मान्यता भी इस स्थान के साथ जुड़ी हुई हैं।
शनीचरी अमावस्या पर नवग्रह मन्दिर पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं। इस स्थान का धार्मिक महत्व वर्तमान युग में बढ़ता गया हैं, यद्यपि पुरातन सन्दर्भों में इस स्थान का विशेष उल्लेख प्राप्त नही होता हैं।
शनीचरी अमावस्या पर नवग्रह मन्दिर पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं। इस स्थान का धार्मिक महत्व वर्तमान युग में बढ़ता गया हैं, यद्यपि पुरातन सन्दर्भों में इस स्थान का विशेष उल्लेख प्राप्त नही होता हैं।