पीएम मोदी ने किया मुद्रा बैंक योजना का आगाज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी महात्वाकांक्षी मुद्रा बैंक योजना का शुक्रवार को झारखंड के दुमका में आगाज किया। उपराजधानी दुमका में भव्य समारोह में पीएम स्वयं कुछ लोगों को सांकेतिक रूप से ऋण का चेक सौंपा। प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना के तहत खासकर कमजोर तबके के लोगों को रोजगार सृजन से जोडऩे के लिए ऋण मुहैया कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनाने के लिए बैंकों ने विशेष तैयारी की है। पीएम के सभा स्थल के पास राज्य के तकरीबन सभी बैंकों के शिविर लगाए गए हैं।
एक लाख से अधिक लोगों को ऋण का चेक सौंपा
प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना के तहत राज्य के एक लाख से अधिक लोगों को करीब 212 करोड़ रुपये ऋण मुहैया कराया जाएगा। राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ निजी बैंकों को भी इसकी समान जवाबदेही सौंपी गई थी। बैंक ऑफ इंडिया ने 15 हजार लोगों की सूची तैयार की है। इनके बीच 69 करोड़ रुपये ऋण वितरित किया जाएगा। वहीं, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 12 हजार लोगों के बीच ऋण वितरण की सूची तैयार की है। इनमें शिशु लोन की संख्या सर्वाधिक है। राज्य में सिर्फ इन्हीं दो बैंकों ने दस हजार से अधिक लोगों को ऋण देने की तैयारी की है। इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक, ग्रामीण बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया व ग्रामीण बैंकों ने एक हजार से लेकर पांच हजार तक लोगों को ऋण मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
निजी बैंकों का प्रदर्शन रहा फीका
सरकार की तमाम योजनाओं की तरह मुद्रा बैंक योजना को लेकर भी निजी बैंकों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं है। एचडीएफसी को छोड़कर किसी भी निजी बैंक ने एक हजार का आंकड़ा पार नहीं किया है। तमाम बैंक सिर्फ योजना का कोरम पूरा करते दिखाई देते हैं।
ऋण वितरण की स्थिति
योजना आवेदन स्वीकृत राशि
शिशु ऋण 100019 146.74 करोड़
किशोर ऋण 1858 40.56 करोड़
तरुण ऋण 329 24.82 करोड़
कुल 102206 212.12 करोड़
पीएम की सुरक्षा चाक-चौबंद
दुमका नक्सल प्रभावित इलाका है। इसको देखते हुए केंद्र और राज्य की एजेंसियों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। स्पेशल कमांडो की तैनाती मुख्य स्थानों पर की गई है। आकाश और सड़क मार्ग दोनों के अलावा समारोह स्थल पर भी व्यवस्था ऐसी कि गई है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता। सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एनएन पांडेय और डीजीपी डीके पांडेय ने गुरुवार को की थी। अधिकारियों ने व्यवस्था को चाक-चौबंद बताया है।
एक लाख से अधिक लोगों को ऋण का चेक सौंपा
प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना के तहत राज्य के एक लाख से अधिक लोगों को करीब 212 करोड़ रुपये ऋण मुहैया कराया जाएगा। राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ निजी बैंकों को भी इसकी समान जवाबदेही सौंपी गई थी। बैंक ऑफ इंडिया ने 15 हजार लोगों की सूची तैयार की है। इनके बीच 69 करोड़ रुपये ऋण वितरित किया जाएगा। वहीं, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 12 हजार लोगों के बीच ऋण वितरण की सूची तैयार की है। इनमें शिशु लोन की संख्या सर्वाधिक है। राज्य में सिर्फ इन्हीं दो बैंकों ने दस हजार से अधिक लोगों को ऋण देने की तैयारी की है। इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक, ग्रामीण बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया व ग्रामीण बैंकों ने एक हजार से लेकर पांच हजार तक लोगों को ऋण मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
निजी बैंकों का प्रदर्शन रहा फीका
सरकार की तमाम योजनाओं की तरह मुद्रा बैंक योजना को लेकर भी निजी बैंकों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं है। एचडीएफसी को छोड़कर किसी भी निजी बैंक ने एक हजार का आंकड़ा पार नहीं किया है। तमाम बैंक सिर्फ योजना का कोरम पूरा करते दिखाई देते हैं।
ऋण वितरण की स्थिति
योजना आवेदन स्वीकृत राशि
शिशु ऋण 100019 146.74 करोड़
किशोर ऋण 1858 40.56 करोड़
तरुण ऋण 329 24.82 करोड़
कुल 102206 212.12 करोड़
पीएम की सुरक्षा चाक-चौबंद
दुमका नक्सल प्रभावित इलाका है। इसको देखते हुए केंद्र और राज्य की एजेंसियों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। स्पेशल कमांडो की तैनाती मुख्य स्थानों पर की गई है। आकाश और सड़क मार्ग दोनों के अलावा समारोह स्थल पर भी व्यवस्था ऐसी कि गई है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता। सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एनएन पांडेय और डीजीपी डीके पांडेय ने गुरुवार को की थी। अधिकारियों ने व्यवस्था को चाक-चौबंद बताया है।