श्रध्दा में समर्पण जरूरी है, श्रध्दा में तार नहीं होेते-मुनि ऋषभचंद्र विजयजी
संसार में श्रध्दा अति दुर्लभ है- मुनि रजतचंद्रविजयजी
उज्जैन। जीवन में पाप और पुण्य के पह
उज्जैन। जीवन में पाप और पुण्य के पह