सनातन धर्म इस देश की जड़ है, तत्वज्ञान के आधार पर ही भारत विश्व गुरु कहलाया - महाकाल मंदिर के पुजारी-पुरोहितों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में संघ के राजमोहन जी ने कहा - पुजारी परिवार के बच्चों के लिए चरित्र निर्माण में अभिभावकों की भूमिका विषय पर कार्यक्रम
उज्जैन- हम जिस सनातन धर्म को मानते हैं वह इस देश की जड़ है। वेद, पुराण, शास्त्र, रामायण आदि तत्वज्ञान के आधार पर ही भारत विश्व गुरु कहलाया। हमारे ज्ञान से दुनिया प्रभावित है।
यह बात संघ के मालवा प्रांत के प्रांत प्रचारक श्री राजमोहन जी भाई साहब ने बुधवार को महाकाल मंदिर के पुजारी-पुरोहित परिवार द्वारा परिसर में कोटितीर्थ कुंड के किनारे हॉल में आयोजित चरित्र निर्माण में अभिभावकों की भूमिका एवं श्लोक पाठ कार्यक्रम में कही। श्री राजमोहन जी ने कार्यक्रम में उपस्थित पुजारी-पुरोहित परिवार एवं अन्य समाज के बच्चों एवं अभिभावकों को संबोधित कर कहा कि पहले अपने लक्ष्य को जाने और फिर आगे बढ़े। आपने मंच से नीचे आकर बच्चों के बीच में जाकर उनसे धार्मिक सवाल-जवाब किए और नचिकेता, देव गुरु बृहस्पति एवं शुक्राचार्य ऋषि की कथा भी सुनाई। पुजारी परिवार की नन्हीं बालिका एकादशी ने शिव तांडव सुनाकर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में उपस्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि श्लोक पाठ, मंत्र उच्चारण केवल कर्मकांड ही नहीं है इससे हमें जीवन जीने की दिशा मिलती है। कलेक्टर ने विशेषकर बच्चों से कहा कि अभी आपका पद अनिश्चित है इसलिए भविष्य के चरित्र का निर्माण करने के लिए आप सब धर्म और परंपरा से जुड़ जाए तो निश्चित ही आगे जाकर पद को प्राप्त करेंगे। राज्यसभा सांसद बालयोगी श्री उमेश नाथ जी महाराज ने भी संबोधित कर बच्चों व अभिभावकों को धर्म-परंपराओं से जुड़े रहने के आह्वान के साथ मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक मृणाल मीना, सदस्य सर्वश्री पुजारी प्रदीप गुरु, पुजारी राम शर्मा एवं राजेंद्र गुरु जी सहित महाकाल मंदिर के समस्त पुजारी एवं पुरोहितगण भी उपस्थित थे।