एसआरएफ विरासत 2024 के तहत पं. भट्ट ने दो संस्थाओं में दी प्रस्तुति
उज्जैन | स्पीक मैके द्वारा आयोजित एसआरएफ विरासत 2024 शृंखला के तहत बुधवार को पंडित सलिल भट्ट की दो संस्थाओं में प्रस्तुति हुई। प्रथम प्रस्तुति प्रात 9.30 बजे गुरुकुल हायर सेकंडरी स्कूल ग्राम सुरासा आगर रोड पर हुई।
गुरुकुल में उन्होंने बच्चों से मुखातिब होते हुए कहा कि आपको सुर, ताल और लय से मित्रता करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि आप अगर सुर में रहेंगे तो असुर आपसे दूर रहेंगे। अगर आप ताल में रहेंगे तो बेताल आपसे दूर भागेंगे। जीवन में लय रखेंगे तो प्रलय नहीं आएगा। यहां उन्होंने अपने वादन की शुरुआत प्रातःकालीन राग नट भैरव में पहले अलाप लेते हुए बच्चों को राग से परिचय कराया फिर उन्होंने जोड़ झाला एवं बाद में विलंबित मध्य एवं द्रुत गत में एक बंदिश बजाई, जो तीन ताल 16 मात्रा में निबद्ध थी। इसके बाद उन्होंने ग्रामीण प्राकृतिक परिवेश को अनुभव करते हुए राग भूपाली मिश्र ताल दादरा एवं आठ मात्रा में निबद्ध एक धुन सुनाई। यहां कलाकारों का स्वागत संस्थान निदेशक ममता महेश जायसवाल ने किया। स्पीक मैके के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने बताया कि पं. भट्ट की दूसरी प्रस्तुति सुबह 11.30 बजे शासकीय बालिका गृह ग्राम लालपुर में हुई। आभार अधीक्षिका मीना मूगे ने माना।