लोकार्पण के लिए तैयार वैदिक घड़ी
उज्जैन। विश्व की एकमात्र पहली वैदिक घड़ी उज्जैन में लगाई गई है। इसका लोकर्पण 1 मार्च को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा वर्चुअली किया जाएगा। रविवार को करीब 80 फीट ऊंचे वॉच टावर पर घड़ी लगाकर स्टालेशन कर टेस्टिंग की गई। वैदिक घड़ी 30 घंटे की रहेगी। मुहूर्त भी देख सकेंगे।
रविवार को शहर में लगने वाली वैदिक घड़ी को करीब 80 फीट ऊंचे वॉच टावर पर लगाने का कार्य किया गया। ऊंचाई अधिक होने से करीब 150 फीट ऊंची क्रेन के माध्यम से घड़ी को वॉच टावर पर स्थापित किया गया। एक-दो दिन वैदिक घड़ी की टेस्टिंग की जाएगी। इसके बाद इसका लोकार्पण 1 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा कालिदास अकादमी में वर्चुअली किया जाएगा। रविवार को नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक भी जंतर मंतर वॉच टावर पर पहुंचे और वैदिक घड़ी लगाने के कार्य को देखा। निगमायुक्त ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वैदिक घड़ी से सम्बंधित सभी आवश्यक कार्य समय पूर्व पूर्ण किए जाएं। इधर देर शाम को वैदिक घड़ी की टेस्टिंग का काम भी शुरू हो गया। घड़ी का स्टालेशन कार्य करने वाले सुशील गुप्ता ने बताया वैदिक घड़ी सूर्य उदय से सूर्य उदय तक 30 घंटे की रहेगी। इसमें हमारा इंडियन स्टेंडर्ड टाईम है उसके अनुसार 48 मिनट का एक घंटा है। वैदिक समय के साथ ही अलग-अलग मुहूर्त भी दिखाएगी। हमारा जो पुराना कालगणना का तरीका था,उसी कैलकुलेशन पर यह वैदिक घड़ी बनाई है। वॉच टावर पर करीब 80 फीट की उंचाई पर क्रेन की सहायता से लगाई गई है।