रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव में विदेशी मेहमान और उद्योगपति शामिल होंगे
उज्जैन में आगामी एक और दो मार्च को इन्वेस्टर समिट की तरह रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव होने जा रहा है। इसकी तैयारी को लेकर सीएम डॉ मोहन यादव ने शुक्रवार मेला कार्यालय में अधिकारियो के साथ एक बैठक की। सीएम ने कॉन्क्लेव में पहली बार इन्वेस्टर मीट की तरह उद्योगपतियों बात कर एमओयू साईन नहीं होने बल्कि तुरंत ही भूमि पूजन कराकर काम शुरू करवाया जाएगा।
डॉ. मोहन यादव ने रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव, विक्रमोत्सव और विक्रम व्यापार मेले की तैयारियों में गति लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर नीरज सींग ने बताया कि 1 मार्च को प्रातः 10: 30 बजे कालिदास अकादमी, उज्जैन में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मुख्य आतिथ्य में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव, विक्रमोत्सव और विक्रम व्यापार मेला, विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का लोकार्पण एवं वीर भारत संग्रहालय का शिलान्यास कार्यक्रम होगा।रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव लिए अब तक 20 इंडस्ट्री के भूमिपूजन और लोकार्पण की तैयारी कर ली गई है। अन्य कंपनियों से बात चल रही है इसमें और इजाफा हो सकता है। उज्जैन में जो निवेश कराने की तैयारी है वह रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव है। इसमें एमओयू पर फोकस नहीं रहेगा, बल्कि उद्योगपतियों को लैंड अलाटमेंट के पेंडिंग केस क्लियर करने और काम शुरू कराने पर फोकस होगा। इस समिट का सीधा मैसेज है कि इतने लाख का एमओयू होगा, इससे काम नहीं चलेगा, काम जमीन पर शुरू होता दिखना चाहिए। इसलिए सीधा भूमि पूजन पर फोकस होगा और सिंगल विंडो के तहत परमिशन मिल सकेगी।