जब भी महाकाल किसी को कोई जिम्मेदारी सौंपते हैं तो वे स्वयं उस कार्य को निभाते हैं
जब भी महाकाल किसी को कोई जिम्मेदारी सौंपते हैं तो वे स्वयं उस कार्य को निभाते हैं। मेरे 60 वर्ष साधु और संन्यासी जीवन में बीत गए। अब मुझे यह दायित्व मिला है तो मैं सत्य-निष्ठा, मन-वचन और कर्म से उसका निर्वहन करने का पूरा प्रयास करूंगा। यह बात राज्यसभा सांसद बालयोगी संत उमेशनाथजी महाराज ने अपने स्वागत के प्रति उत्तर में कही।
भाजपा मीडिया प्रभारी दिनेश जाटवा ने बताया कि गुरुवार को भाजपा नगर इकाई द्वारा बालयोगी संत उमेशनाथजी महाराज के राज्यसभा सांसद के दायित्व पर निर्विरोध निर्वाचित होने पर स्वागत एवं सम्मान समारोह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में रखा गया था। लोकशक्ति भवन पर आयोजित कार्यक्रम को नगराध्यक्ष विवेक जोशी, ग्रामीण जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, सतीश मालवीय, महापौर मुकेश टटवाल ने भी संबोधित किया। इस दौरान ओम जैन, विशाल राजोरिया, जगदीश पांचाल, मुकेश यादव, धनंजय शर्मा आदि मौजूद थे। संचालन महामंत्री संजय अग्रवाल ने किया। आभार सत्यनारायण खोईवाल ने माना।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा 2000 साल बाद फिर से सनातन की पताका इस देश में फहरा रही है। परम सम्माननीय बालयोगी संत उमेशनाथजी का राज्यसभा सदस्य बनने के पीछे पार्टी की सनातन संस्कृति की विचारधारा प्रमुख हैं। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वार्ड 38 के बूथ क्र. 58 में वाल पेंटिंग की।