निष्क्रिय शासकीय सेवकों के विरूद्ध अनिवार्य सेवा निवृत्ति की कार्यवाही की जाये शासकीय सेवक अपने मुख्यालय पर रहें कलेक्टर ने जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक ली
उज्जैन फरवरी। कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने प्रशासनिक संकुल भवन के द्वितीय तल के
सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक लेकर निर्देश दिये कि निष्क्रिय शासकीय सेवकों के
विरूद्ध अनिवार्य सेवा निवृत्ति की कार्यवाही की जाये। कम्युनिटी हेल्थ आफिसर अपने-अपने पदस्थी
मुख्यालय पर अनिवार्य रूप से रहना सुनिश्चित करें। मुख्यालय पर नहीं रहने वालों के विरूद्ध कार्यवाही
की जायेगी। बैठकों में की जा रही कार्यवाही का पालन प्रतिवेदन होना चाहिये। कलेक्टर ने बैठक में
गर्भवती माताओं का पंजीयन अनिवार्य किया जाये। शासन के लक्ष्य की समय-सीमा में पूर्ति की जाना
सुनिश्चित करें।
बैठक में कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने अनमोल पोर्टल के माध्यम से मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं
की अस्पताल एवं तहसीलवार समीक्षा कर सम्बन्धितों को निर्देश दिये कि प्रथम त्रैमास में शीघ्र गर्भवती
माताओं के पंजीयन अनिवार्य रूप से किया जाये। एएनसी पंजीयन के विरूद्ध गर्भवती माताओं के पूरे
गर्भकाल में चार एएनसी जांचें अनिवार्य की जाये। गर्भवती माताओं के एनीमिया का चिन्हांकन कर गंभीर
रक्ताल्पता चिन्हित कर उनकी जांच एवं उनका उपचार किया जाये। गर्भावस्था के दौरान होने वाला हाई
बीपी की पहचान कर समुचित इलाज करने की कार्यवाही की जाये। शासकीय डिलेवरी के विरूद्ध जननी
सुरक्षा एवं प्रसूति सहायता योजना के भुगतान की समय-समय पर समीक्षा कर हितग्राहियों को समय पर
भुगतान किया जाना सुनिश्चित करें। एनएमआईएस, अनमोल पोर्टल का सही डाटा नहीं देने पर सम्बन्धित
के विरूद्ध कार्यवाही की जाये।
बैठक में निर्देश दिये कि महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रत्येक माह बैठक
आयोजित कर समन्वय के साथ शासकीय योजनाओं के लक्ष्य की समय-सीमा में पूर्ति की जा सके। बैठक
में निर्देश दिये कि शासकीय अस्पतालों एवं प्रायवेट अस्पतालों में होने वाली डिलेवरी का डाटा अपडेट किया
जाये। इसी तरह प्रायवेट अस्पतालों के संचालकों के साथ भी हर माह बैठक आयोजित कर समन्वय के
साथ डाटा अपडेट किया जाये। कलेक्टर ने ब्लॉक मेडिकल आफिसरों को निर्देश दिये कि अपने मातहत
अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया जाये कि सौंपे गये कार्यों को समय-सीमा में अपडेट करें। जिले में
आरोग्य केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में दवाई उपलब्ध रहे, यह सुनिश्चित किया जाये। इस सम्बन्ध में
कलेक्टर की ओर से जिला पंचायत सीईओ को पत्र भेजकर उनकी ओर से ग्राम पंचायत सचिवों को
निर्देशित किया जाये कि आरोग्य केन्द्रों में कितने प्रकार की दवाई उपलब्ध है और कितने प्रकार की
उपलब्धता होना चाहिये। इस सम्बन्ध में समय-समय पर आरोग्य केन्द्रों का अधिकारी निरीक्षण करें।
कलेक्टर ने ब्लॉक मेडिकल आफिसरों को निर्देश दिये हैं कि शासन द्वारा दिये गये लक्ष्यों की पूर्ति समय-
सीमा में कर अगली जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में डाटा अपडेट प्रस्तुत करें। स्वास्थ्य विभाग का
अमला स्वास्थ्य के क्षेत्र में सचेत रहकर अपने कामों को गंभीरता से ले, ताकि पीड़ितों का उपचार समय
पर हो सके। आम पीड़ितों को समय पर उपचार मिले। कलेक्टर ने जिन स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारियों ने
अच्छा कार्य किया है, उन्हें उनकी ओर से प्रशस्ति-पत्र दिया जाये।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि बीपीएल परिवारों की समग्र आईडी बनाई जाना सुनिश्चित
करें। स्वास्थ्य सेवाएं इमरजेंसी की होती है, इसलिये स्वास्थ्य अमला सचेत रहकर अपने काम को अंजाम
दे। बेसिक सुविधाएं उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। बैठक में प्रभारी सीएमएचओ एवं जिला स्वास्थ्य
अधिकारी डॉ.केसी परमार, सीएस डॉ.पीएन वर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एसके सिंह, जिला टीकाकरण
अधिकारी डॉ.राजेन्द्र पाल, जिला मलेरिया अधिकारी श्री आरएस जाटवा, एमसीडी के नोडल अधिकारी
डॉ.रोनक एल्ची, जिला क्षय अधिकारी डॉ.रेणुका डामोर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एसके अखण्ड, जिले के
समस्त बीएमओ, संस्था प्रभारी, जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्री एसए सिद्धिकी, जिला आयुष
अधिकारी डॉ.मनीषा पाठक आदि उपस्थित थे।