देश में सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में बच्चें हुए लापता
संदीप कुलश्रेष्ठ
केन्द्र सरकार ने हाल ही में संसद में एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि देशभर में पिछले साढ़े 5 साल में 2 लाख 75 हजार 125 बच्चें लापता हुए है। इसमें सबसे ज्यादा बच्चंे मध्यप्रदेश से गायब हुए हैं। मध्यप्रदेश में 61,102 बच्चें लापता हुए हैं। इनमें से 12,078 लड़के गायब हुए हंै। लड़कों से 4 गुना ज्यादा 49,024 लड़कियाँ गायब हुई। यह अत्यन्त दुःखद है।
लड़कों की तुलना में लड़कियाँ 3 गुना ज्यादा गायब -
पूरे देश में गायब हुए बच्चों में से चैंकाने वाली बात यह है कि लड़कियों की संख्या लड़कों की तुलना में 3 गुना ज्यादा है। उक्त अवधि में गायब हुए लड़कों की संख्या 62,237 है। वहीं लड़कियों की संख्या 2,12,825 है। यह अत्यन्त दुःखद है। गायब बच्चों में से सबसे ज्यादा 7 राज्यों में बच्चंे गायब हुए है। इन 7 राज्यों में मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ है। इन 7 राज्यों में ही कुल 2,14,664 बच्चें गायब हुए है। इनमें से गायब हुए लड़के 44,239 है। जबकि लड़कियों की संख्या करीब 4 गुना यानी 1,70,379 है। केन्द्र सरकार ने यह आँकड़े जनवरी 2018 से 30 जून 2023 तक के बताए है।
2.4 लाख बच्चों को तलाश लिया गया -
केन्द्र सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उक्त अवधि में 2,75,125 बच्चें गायब हुए हैं। इनमें से खुशी की बात यह है कि 2,40,000 बच्चों को तलाश कर लिया गया है। देशभर में अभी भी 35,000 बच्चें गायब है। इन बच्चों को अभी तक तलाश नहीं किया जा सका है। यह और भी दुख की बात है। केन्द्र सरकार की चाइल्ड हेल्पलाईन गुम हुए बच्चों को तलाशने के लिए देशभर में काम कर रही है। गुम बच्चों को तलाशने के लिए ट्रैक चाइल्ड पोर्टल भी बनाया गया है।
गुम बच्चों के लिए परिवार परेशान -
देशभर में जो बच्चें गुम हुए है, उनके परिवार की मानसिक स्थिति का अंदाज लगाना कठिन है। गुम बच्चों के माता-पिता की हालत बहुत खराब हो जाती है जब उसे पता चलता है कि उसका बच्चा मिल नहीं रहा है। वह पता नहीं किस हाल में होगा ? इसके लिए जरूरी है कि सर्वोच्च प्राथमिकता पर गुम बच्चों को तलाश किया जाना चाहिए।
अलिराजपुर एसपी ने की थी अनोखी पहल -
अलिराजपुर में पदस्थ पूर्व पुलिस अधीक्षक श्री मनोज सिंह ने अपने अलिराजपुर के कार्यकाल के दौरान गुम बच्चों को ढूंढने के लिए अनोखी पहल की थी। उन्होंने ग्रामीणों से गाँव में जाकर सीधी पेठ बनाई थी। उन्होंने ग्रामीणों से उन्हीं के बीच जाकर रूबरू चर्चा कर गुम बच्चों को तलाश करने की अभिनव पहल की शुरूआत की थी। इसकी प्रदेश में उस समय बहुत सराहना भी हुई थी। अलिराजपुर के पूर्व एसपी की पहल की तरह पहल मध्यप्रदेश के साथ ही पूरे देश में की जानी चाहिए, ताकि गुम बच्चों को तलाश किया जा सके।
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