18 साल के युवक के पेट में था अविकसित भ्रूण, 2 फीट बढ़ चुके थे बाल
इलाहाबाद। यदि आपको कहा जाए कि किसी पुरूष के पेट में गर्भ ठहर गया, तो क्या आप यकीन करोेगे। आपको सुनने में यह जरूर अजीब लगेगा। लेकिन यूपी के इलाहाबाद में एक ऎसी ही घटना सामने आई है। एक ऑपरेशन के बाद युवक के पेट से अविकसित बच्चा निकाला गया। डॉक्टरों के मुताबिक, ऎसी बीमारी को "फिटस इन फिटू" कहा जाता है। हरियमपुर गांव के नरेन्द्र (18) को पेट में दर्द के बाद जब उसका अल्ट्रासाउंड करवाया गया तो पता चला कि उसके पेट में अविकसित भ्रूण पल रहा है। यह भ्रूण 18 साल से उसके पेट में था। उसकी सर्जरी करने वाले डॉ. राजीव ने कहा कि नरेंद्र जब अपनी मां के गर्भ में था, उसी वक्त मां के गर्भ में
एक और भ्रूण बन गया जो नरेंद्र का जु़डवा था लेकिन "फिटस इन फिटू" बीमारी के कारण दूसरा भ्रूण नरेंद्र के पेट में चला गया। मेडिकल साइंस में इस तरह के गिने-चुने मामले ही सामने आए हैं। पूरी दुनिया में इस तरह के 90 मामले ही सामने आये हैं। 1999 में नागपुर के 36 वर्षीय एक युवक के साथ ऎसी घटना हुई थी। मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल में उस युवक के पेट से अविकसित बच्चा निकाला गया था। नरेन्द्र को जन्म से ही पेट में दर्द और उलटी की शिकायत थी, लेकिन डॉक्टर
उसकी बीमारी को पकड नहीं रहे थे। नारायण स्वरूप हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने जांच के बाद इस अविकसित बच्चे को चिन्हित किया। सर्जरी के बाद नरेन्द्र के पेट से जो अविकसित बच्चा निकला है उसका सिर, दांत, रीढ की हडि्डयां, सीने की हडि्डयां, दो फिट तक लंबे बालों का गुच्छा था। डॉ. राजीव सिंह, डॉ. सोनिया सिंह, डॉ. नीरज गुप्ता, डॉ. कमल सिंह ने मिलकर सर्जरी के जरिये युवक के पेट से उस अविकसित बच्चे को बाहर निकाला।