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NIT के छात्रों ने बनाया अनोखा सॉफ्टवेयर, भीड़ खोज लेगा मास्‍क नहीं लगाने वालों को



रायपुर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) रायपुर के कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट के चार छात्रों ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया है जो सार्वजनिक जगहों पर लोगों की भीड़ में यह बता देगा कि किसने मास्क नहीं पहना है। किसने शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया और किन जगहों पर पांच या इससे अधिक लोग एक साथ हैं आदि। इस सॉफ्टवेयर का नाम 'सुरक्षा डॉट एआइ' है। दिलचस्प बात यह है कि इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल रायपुर पुलिस करने जा रही है। इसका डेमो रायपुर एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) और नगर निगम के आयुक्त सौरभ कुमार ने देख लिया है। इसके ट्रायल की अनुमति दे दी गई है।

सॉफ्टवेयर ऐसे करेगा काम
यह सॉफ्टवेयर पहले से लगे कैमरे और उनको कंट्रोल करने वाली जगह से कनेक्ट करने पर काम करता है। शहर में लगे कैमरों की निगरानी के लिए जयस्तंभ चौक पर नगर निगम ने कंट्रोल रूम बनाया है। इसका इस्तेमाल पुलिस अपराध नियंत्रण और यातायात पुलिस ट्रैफिक संभालने के लिए करती है।

'सुरक्षा डॉट एआइ' सॉफ्टवेयर को यहां कनेक्ट करने के जिन-जिन स्थानों पर कैमरे लगे हैं, वहां से गुजरने वाले हर व्यक्ति की रिपोर्ट देगा। शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने, मास्क नहीं पहनने वालों के लिए रेड सिग्नल दिखाएगा और जो नियमों का पालन करेंगे उनके लिए ग्रीन सिग्नल दिखाएगा।

दो हफ्ते में विकसित किया सॉफ्टवेयर
कंप्यूटर साइंस के छठवें सेमेस्टर के छात्र सिद्धार्थ शाह, आठवें सेमेस्टर के छात्र विनय खोबरागड़े, कुलदीप पिस्दा और चतुर्थ सेमेस्टर के छत्र वीरेन खन्नी ने इस सॉफ्टवेयर को बनाने के लिए पहले ऑनलाइन प्रशिक्षण लिया। फिर स्टार्टअप कोडवेक्टर लैब्स प्रोजेक्ट के माध्यम से इसे विकसित किया। इस काम में आइआइएम रायपुर के छात्र प्रियांजीत घोष और ट्रिपलआइटी नया रायपुर के कंप्यूटर साइंस के छात्र अभिषेक त्रिपाल ने सहयोग किया। सॉफ्टवेयर बनाने में दो हफ्ते लगे।

मामूली खर्च पर बनाया सॉफ्टवेयर
एनआइटी के छात्र कुलदीप पिस्दा और विनय खोबरागड़े ने बताया कि कंप्यूटर विजन, आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस और डीप लर्निंग तकनीक का इस्तेमाल करके 'सुरक्षा डॉट एआइ' निर्मित किया गया। ट्रायल के लिए कैमरा खरीदा गया। इसमें मामूली खर्च आया।

डेमो देखने के बाद दी अनुमति
एनआइटी के छात्रों ने सॉफ्टवेयर का डेमो दिखाया। इसके माध्यम से कोरोना संक्रमण के दौरान शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने और मास्क नहीं लगाने वालों को आसानी से पकड़ा जा सकता है। इसके ट्रायल की अनुमति दी है। - आरिफ शेख, एसएसपी, रायपुर

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