4 युवाओं ने मिलकर कबाड़ से बनाई सेनेटाइजिंग मशीन, जेल प्रशासन को दी
मंदसौर: मध्यप्रदेश के मंदसौर में 4 युवाओं ने मिलकर एक सेनेटाइजिंग मशीन बनाई है. इस मशीन की खास बात यह है कि ये मशीन खराब मशीनों के बचे हुए सामान और कुछ अन्य सामान से मिलकर बनाई गई है. इन लोगों ने यह मशीन बनाकर जिला जेल को निशुल्क भेट कर दी है.
मशीन बनाने वाले चारों लोगों के अनुसार फिलहाल इस मशीन की कीमत लगभग 5000 रुपए आई है. उनका कहना है कि अगर नए सामान से भी इस तरह की मशीन बनाई जाती है तो उसकी लागत 11000 रुपए के लगभग आएगी.
बताया जा रहा है कि इस मशीन का फ्रेम नल के पाइप से बनाया गया है जिसकी वजह से यह हल्का फुल्का और फोल्डिंग है. स्प्रे नोजल में सेनेटाइजर पहुंचाने के लिए पुराने खराब घरेलू पंप का इस्तेमाल किया गया है. दो नोंजल के लिए दो अलग पंप लगाए गए हैं.
इस मशीन में पावर सप्लाई के लिए लैपटॉप के चार्जर का इस्तेमाल किया गया है, अंदर लगी लाइट चलाने के लिए मोबाइल चार्जर का इस्तेमाल किया गया है और मैन्युअल ऑन-ऑफ के लिए मोटर के स्टार्टर के स्विच का इस्तेमाल किया गया है. इस मशीन को चालू करने के लिए ग्रीन बटन और बंद करने के लिए रेड बटन लगाया गया है.
मशीन को बनाने वाले जितेंद्र बताते है कि उन्होंने सस्ती सेनेटाइजिंग मशीन बनाने के लिए उन्होंने नल फीटिंग के प्लास्टिक पाइप का इस्तेमाल किया है और इसे ढकने के लिए फ्लेक्स के कपड़े का इस्तेमाल किया गया है.