क्या सच में 29 अप्रैल 2020 को धरती से टकराने वाला है Asteroid ?
29 April 2020 : लीजिये, एक बार फिर से धरती के अंत की खबर सामने आ गई है। ऐसी खबरें, दावे आप सैकड़ों बार पढ़-सुन चुके होंगे। इस बार भी ऐसा ही कुछ सामने आया है। सोशल मीडिया पर चल रहे दावों की मानें तो आने वाले 29 अप्रैल को एक विशाल लघु ग्रह Asteroid पृथ्वी से टकरा सकता है। यदि ऐसा होता है तो निश्चित ही यह महाविनाश का पर्याय होगा। आइये जानते हैं सोशल मीडिया Social Media के इस दावे में कितनी सच्चाई है और वैज्ञानिकों एवं NASA का इस पर क्या कहना है।
कोरोना के खतरे के बीच यह नई मुसीबत
इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना वायरस के घातक संक्रमण से जूझ रही है। ऐसे में सोशल मीडिया पर धरती के अंत का दावा करने वाली इस तरह की खबरें और मानसिक तनाव बढ़ा देती हैं। एक विशाल लघु ग्रह के धरती से टकराने का खतरा अब लोगों को परेशान कर रहा है। यह 29 अप्रैल को हमारी धरती के निकट पहुंच रहा है।
You Tube पर ढेरों Video की भरमार
यू ट्यूब You Tube पर ऐसे कई वीडियो इन दिनों चल रहे हैं। इनमें दावा किय जा रहा है कि आगामी 29 अप्रैल को यानी अब से करीब एक महीने बाद एक लघु या क्षुद्र ग्रह Asteroid पृथ्वी से टकराएगा और इसके साथ ही बड़ी तबाही मच सकती है। वायरल हो रहे इन वीडियो में दावा किया जा रहा है कि यह Asteroid आकार में एवरेस्ट पर्वत के बराबर है। यह बेहद तेज़ गति से पृथ्वी की ओर हर पल बढ़ रहा है।
29 अप्रैल 2020 की तारीख में कितना सच
अब इस पूरे मामले के सच तक पहुंचते हैं। जहां तक 29 अप्रैल 2020 की बात है, यह बात एकदम सच है कि इस दिन एक Asteroid हमारे सौर मंडल से गुज़रेगा। Asteroid Watch के Twitter Handle पर इसकी आधिकारिक जानकारी देखी जा सकती है। यह पृथ्वी के बहुत पास से गुजरेगा लेकिन टकराएगा नहीं। अंतरिक्ष की भाषा में बहुत पास का मतलब भी बहुत-बहुत दूर होता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जिस समय यह पृथ्वी के निकट से गुजरेगा तब उसकी यहां से दूरी करीब 4 मिलियन किमी यानी 40 लाख किमी होगी। इस Asteroid की गति पृथ्वी के पास से गुजरते समय 20 हजार मील प्रति घंटा हो जाएगी।
NASA को 1998 में ही पता चल गया था
अमेरिका की अंतरिक्ष शोध अनुसंधान एजेंसी नासा NASA को इस Asteroid के बारे में वर्ष 1998 में ही पता चल गया था। वैज्ञानिकों ने इसका नाम 52768 व 1998 ओआर-2 दिया है। इसकी कक्षा चपटे आकार की है। इसकी खोज 1998 में हुई थी और तभी से वैज्ञानिक इसका लगातार अध्ययन कर रहे हैं।
1344 दिन में करता है सूर्य की परिक्रमा
यह लघुग्रह 1344 दिनों में सूर्य की एक बार परिक्रमा पूरी करता है। हालांकि यह सच है कि यह बेहद खतरनाक है। यदि यह वास्तव में पृथ्वी से टकरा जाता है तो बड़ी तबाही ला सकता है। गनीमत है कि ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है।
लघुग्रह धरती के पास से गुजरते रहते हैं
इस लघुग्रह के बहाने आप जान लीजिये कि हमारे सौर मंडल में ऐसे लघुग्रह गुजरते ही रहते हैं। भारतीय तारा भौतिकी संस्थान बेंगलुरु के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. आरसी कपूर PR. RC Kapoor कहते हैं कि 29 अप्रैल को पृथ्वी के निकट आने वाले लघुग्रह की टकराने की संभावना नहीं है।
वैज्ञानिकों ने झुठलाये दावे
वैज्ञानिकों ने इस ग्रह के पृथ्वी से टकराने व तबाही आने के दावों को नकारा है। इनका कहना है कि लघुग्रह पृथ्वी से बहुत दूर से गुजरेगा।
2079 में यही ग्रह वापस आएगा पृथ्वी के निकट
इस ग्रह से अभी तो घबराने की फिलहाल कोई जरूरत नहीं है लेकिन आज से ठीक 59 साल बाद यानी वर्ष 2079 में यही लघु ग्रह के पृथ्वी के निकट आने की संभावना है। वैज्ञानिकों ने इसकी गणना की है। इसके अनुसार, यह 16 अप्रैल 2079 को हमारी धरती के पास से गुजरेगा। तब यह धरती से मात्र 18 किमी की दूरी से गुजरेगा। चूंकि यह दूरी अत्यंत कम है, ऐसे में इसके पृथ्वी से टकराने की गुंजाइश ना के बराबर है। कुल मिलाकर सोशल मीडिया पर इस संबंध में चल रही तमाम खबरें महज अफवाह हैं।
पास से गुजरने का पृथ्वी पर प्रभाव
इस Asteroid को वैज्ञानिकों ने 527768 (1998 OR2) नाम दिया है। यह पृथ्वी से लगभग चार मिलियन किमी दूर से गुजर जाएगा। यह दूरी कितनी है, इसे ऐसे समझें। यह आंकड़ा पृथ्वी एवं चंद्रमा के बीच की दूरी का करीब 16 गुना ज्यादा है। यानी पृथ्वी पर इसका सीधे तौर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला। धरती के नष्ट होने या महाविनाश जैसी घटना यह ताजा दावा भी पिछले तमाम सैकड़ों दावों की तरह ही खोखला है।