होलिका दहन पर जरूर करें ये उपाय
हिंदू पंचांग के अनुसार होली का त्यौहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। रंगों का त्यौहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। पहले दिन को होलिका जलायी जाती है, जिसे होलिका दहन भी कहते हैं। दूसरे दिन, जिसे प्रमुखतः धुलेंडी व धुरड्डी, धुरखेल या धूलिवंदन इसके अन्य नाम हैं, लोग एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाये जाते हैं और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है।
इस त्योहार पर कुछ आसान से उपाय करने से आपके आसपास मौजूद नकारात्मकता दूर हो सकती है और सकारात्मकता ऊर्जा का प्रवाह बढ़ सकता है। आइए जानते हैं होली पर किए जाने वाले कुछ आसान से उपायों के बारे में विस्तार से...
(1) होलिका दहन की भस्म को मकान में लाकर हर कोने में छिड़कने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है।
(2) अगर आपके घर में कलह रहती है तो होलिका की अग्नि में जौ-आटा अर्पित करें।
(3) मकान को बुरी नजर से बचाने के लिए गाय के गोबर में जौ, अरसी और कुश मिलाकर छोटा उपला बनाकर इसे घर के मुख्य दरवाजे पर लगाएं।
(4) होलिका की अग्नि में नारियल का दहन करने से नौकरी या रोजगार से संबंधित परेशानी दूर होती हैं।
(5) होली को हनुमानजी को चोला और गुलाब के फूल की माला अर्पित करें। होली से शुरू कर बजरंग बाण का 40 दिन तक नियमित पाठ करें। माना जाता है कि इससे आपकी मनोकामना शीघ्र पूरी होती है।