भारी गिरावट के साथ खुला बाजार
Share Market में शुक्रवार को भारी गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत हुई। 1300 अंकों की गिरावट के साथ खुलने के बाद सुबह 9.25 बजे Sensex 1186 अंकों की गिरावट के साथ 37,283 पर रहा, वहीं निफ्टी में 356 अंकों की कमी के साथ 10,914 पर ट्रेडिंग हुई। वहीं 10.18 बजे सेंसेक्स 1104 अंकों की गिरावट के साथ 37,366 पर रहा, वहीं निफ्टी में 327 अंकों की गिरावट रही। इस बीच Yes bank से शेयरों की गिरावट बढ़कर 30 फीसदी हो गई है। गुरुवार को ही आरबीआई ने Yes bank का कामकाज अपने हाथ में लिया था। अमेरिकी बाजारों में भी गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय बाजारों की गिरावट के पीछे विदेशी शेयर बाजारों की गिरावट का असर बताया जा रहा है। वहीं कोरोना वायरस के कहर भी अर्थव्यवस्था बिगाड़ रहा है। शुक्रवार को रुपया भी कमजोर हुआ। कारोबार की शुरुआत में 29 पैसे की गिरावट के साथ 73.85 पर रहा।
इससे पहले गुरुवार को 478 अंकों तक की छलांग लगाने वाला बीएसई का 30-शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के आखिर में 61.13 अंकों यानी 0.16 फीसदी बढ़त पर सिमट गया था। गुरुवार को कारोबार के आखिर में सेंसेक्स 38,470.61 अंक पर स्थिर था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50-शेयरों वाला निफ्टी भी 18 अंकों यानी 0.16 प्रतिशत के सुधार के साथ 11,269 अंकों पर बंद हुआ था।
कोरोना वायरस नहीं उठने दे रहा शेयर बाजार
गुरुवार को सकारात्मक विदेशी संकेतों के चलते घरेलू शेयर बाजारों की शुरुआत बहुत अच्छी रही थी। दिन के कारोबार में सेंसेक्स पौने पांच सौ अंकों से ज्यादा उछला था, लेकिन शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों की गिरावट ने सारा उत्साह खत्म कर दिया।
दूसरा बड़ा कारण कोरोना वायरस है। जैसे-जैसे संदिग्धों की संख्या में बढ़ रही है, वैसे-वैसे देशों की आर्थिक स्थिति पर भी संकट आ रहा है।
जानकारों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों द्वारा बिकवाली का यह सिलसिला बरकरार रह सकता है। टेलीकॉम संकट पर भी निवेशकों की नजर रहने वाली है।
Yes Bank के शेयर 25 फीसदी नीचे
Yes Bank के खिलाफ सरकार की कार्रवाई का सीधा असर इसके शेयर्स पर बढ़ा। कारोबार शुरू होने के चंद मिनटों में ही इसका शेयर पहले 15 फीसदी और फिर 26 फीसदी गिर गए। बता दें सरकार ने निजी क्षेत्र के इस बैक पर 30 दिन की अस्थायी रोक लगा दी है। साथ ही खाताधारकों के लिए निकासी की सीमा 50 हजार रुपए तय कर दी है। इसके बाद से शुक्रवार से बैंक की शाखाओं के बाहर ग्राहकों की भीड़ है।