कोरोना वायरस के लिए भी पॉलिसी बनाऐं इंश्योरेंस कंपनियां
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) जैसे -जैसे भारत में पैर पसार रहा है, वैसे ही आम लोगों को इसके इलाज की चिंताएं बढ़नी शुरू हो गई हैं. आपकी इसी चिंता को समझते हुए सरकार ने इसके इलाज में आने वाले खर्च को लेकर नया कदम उठाया है. बीमा नियामक व विकास प्राधिकारण (इरडा) ने बीमा कंपनियों (Insurance Company) से ऐसी पॉलिसियां लाने को कहा है जिनमें कोरोना वायरस के इलाज का खर्च भी कवर हो.
इरडा ने बुधवार को बयान जारी कर कहा है कि स्वास्थ्य बीमा की जरूरत को पूरा करने के उद्देश्य से बीमा कंपनियों को सुझाव दिया जाता है कि वे ऐसे प्रॉडक्ट डिजाइन करें जिसमें कोरोना वायरस के इलाज का खर्च भी कवर हो. इरडा ने बीमा कंपनियों से कहा है कि वे कोरोना वायरस के इलाज से संबंधित दावों का तेजी से निपटान करें. इरडा ने कहा कि जिन मामलों में अस्पताल में भर्ती होने का खर्च कवर हो, बीमा कंपनियां यह सुनिश्चित करें कि कोविड-19 से संबंधित मामलों का तेजी से निपटान किया जाए.
मामले से जुड़े एक अन्य अधिकारी का कहना है कि देश में अभी भी ज्यादातर बीमारियों या संक्रमण के फैलने पर लोग सरकारी अस्पतालों की बजाए निजी अस्पतालों का ही रुख करते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक अभी भी देश की 60 फीसदी से ज्यादा मरीज निजी अस्पतालों में ही जाने को तरजीह देते हैं. इसी वजह से इरडा ने बीमा कंपनियों को तत्काल ऐसा प्लान लाने को कहा है जो कोरोना वायरस के खर्च का भी वहन कर पाए. हालांकि बीमा कंपनियों को इस प्लान को लाने में हफ्ते भर तक का समय लग सकता है.
उधर बीमा कंपनियो का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को अगर कोरोना वायरस की स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया है तो उन्हें वैसे भी हॉस्पिटलाइजेशन नीति के तहत बीमा की राशि मिलती है. हालांकि अभी तक स्वास्थ्य बीमा पर इस संक्रमण का जिक्र नहीं है. यानि सभी बीमा कंपनियों को अन्य बीमारियों की लिस्ट में कोरोना वायरस को भी शामिल करना होगा.
बताते चलें कि भारत में अभी तक 29 कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं. पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की वजह से लगभग 3,285 लोग दम तोड़ चुके हैं जबकि 95,481 को संक्रमित हैं.