चीन से आने वाले सस्ता सामान अब होगा महंगा, सरकार उठाने जा रही है ये कदम
नई दिल्ली: सस्ता चीनी सामान (Chinese product) खरीदना अब बस सपना रह जाएगा. आने वाले वित्तीय बजट 2020 (Budget 2020) में केंद्र सरकार सस्ते चीनी सामान पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ा रही है. केंद्र सरकार ने ऐसे लगभग 300 आइटमों की निशानदेही की है जो चीन से भारत आ रहे हैं. इनकी वजह से घरेलू उद्योगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को शुल्क बढ़ाने की घोषणा कर सकती हैं.
सस्ते चीनी खिलौने और जूते हैं सरकार के निशाने में
बजट से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार चीन से आयात किए जाने वाले सस्ते खिलौने और जूते सरकार के निशाने पर हैं. सस्ते चीनी माल की वजह से घरेलू कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है. अधिकारी के अनुसार केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को सिफारिश की है कि विदेश से आयात होने वाले सभी तरह के खिलौनों पर 100 प्रतिशत इम्पोर्ट ड्यूटी लगाई जाए. अभी इन खिलौनों पर सरकार सिर्फ 20 फीसदी आयात शुल्क (Import Duty) वसूलती है. इसके अलावा जूते पर आयात शुल्क 40 प्रतिशत करने की भी सिफारिश की गई है. फिलहाल इन उत्पादों पर मात्र 10-15 प्रतिशत इम्पोर्ट ड्यूटी है.
इन उत्पादों पर भी बढ़ेगा आयात शुल्क
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय वित्त मंत्रालय फर्नीचर, कोटेड पेपर और रबर के उत्पादों पर भी आयात शुल्क बढ़ाने को तैयार है. आगामी बजट में इन उत्पादों में 10-15 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. घरेलू बाजार में ये उत्पाद महंगा है इसकी वजह से ज्यादातर खरीदार सस्ते सामान को विदेशों से आयात करा लेते हैं.
चीन सामान बेचने के लिए अपनाता है सारे हथकंड़े
उल्लेखनीय है कि भारत के बाजारों में कब्जा करने के लिए चीनी कंपनियां सारे हथकंड़े अपना रही हैं. मसलन, ज्यादातर उत्पादों का चीन से सीधे आयात पर भारत सरकार की नजर बनी रहती है. इसीलिए अब चीन अपने सामान को वियतनाम, इंडोनेशिया या कंबोडिया जैसे आसियान देशों के माध्यम से भेजने लगा है. हालांकि सरकार सभी उत्पादों पर नजर बनाए रखती है.