मोदी सरकार ने दी Air India को बेचने की प्रोसेस शुरू करने की मंजूरी
नई दिल्ली: देश के सरकारी विमान कंपनी Air India (एयर इंडिया) बिकने को तैयार हो गई है. मोदी सरकार Modi Govt के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह Amit Shah की अध्यक्षता वाले मंत्री समूह Group of Ministers (GoM) ने एयर इंडिया के शेयर परचेज एग्रीमेंट को हरी झंड़ी दे दी है. बहुत जल्द सरकारी एयरलाइंस को बेचने का प्रोसेस शुरू हो जाएगा. GoM ने शेयर परचेज एग्रीमेंट को आखिरकार मंजूरी दे दी है.
AI में सरकार 100 प्रतिशत हिस्सा बिकेगा
एयर इंडिया से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने इस बार एयर इंडिया के पूरे सौ फीसदी शेयर बेचने का फैसला किया है. इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं. जल्द ही दुनिया के विभिन्न एयरलाइनों को खरीदने के लिए आमंत्रित किया जाएगा. भारत सरकार पहले Air India के मात्र 76 प्रतिशत बिक्री करना चाहती थी. लेकिन किसी भी तरफ से इस पर कोई अच्छी खबर नहीं आई. घाटे को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस बार एयर इंडिया को 100 फीसदी बेचने का प्रस्ताव बनाया है.
60,000 करोड़ का कर्ज है एयर इंडिया पर
एयर इंडिया पर विभिन्न मंदों में लगभग 60,000 करोड़ रुपए का कर्ज है. एयर टरबाइन फ्यूल, रखरखाव का खर्च, विभिन्न एयरपोर्टों पर पार्किंग का किराया और कर्मचारियों की सैलरी सभी के लिए कंपनी पर कर्ज का पहाड़ है. हालांकि पिछले दस सालों से केंद्र सरकार आर्थिक मदद दे कर किसी तरह से कंपनी को चलाती रही है. लेकिन अब केंद्र सरकार ने भी मदद से हाथ खड़े कर दिए हैं.
बताते चलें कि इस वक्त एयर इंडिया के पास कुल 169 Aircraft हैं, जिसमें से 13 एयरक्राफ्ट खराब पड़े हैं. पिछले 1 साल में एयर इंडिया ने एक भी नया एयरक्राफ्ट नहीं खरीदा है. एयर इंडिया में कुल 20 हजार कर्मचारी हैं, जिनमें से 10 हजार कॉन्ट्रैक्ट और 10 हजार स्थायी कर्मचारी हैं. एयर इंडिया में कुल 1,700 पायलट और 4 हजार एयर होस्टेस काम करती हैं. प्रतिदिन लगभग 60 हजार यात्री एयर इंडिया से देश-विदेश में यात्रा करते हैं.