हनुमान अष्टमी : इस तरह मिलेगी श्री हनुमान की कृपा
महाबली हनुमान को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किये जाते हैं। ये उपाय काफी सहज और सरल होते हैं। बजरंगबली सच्चे भाव से की गई थोड़ी देर की उपासना से प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों को मनचाहा वरदान देते हैं। मंगलवार, शनिवार , हनुमान जयंती और हनुमान अष्टमी को रामभक्त हनुमानजी की भक्ति से भक्तों को उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। हनुमानजी को कुछ विशेष वस्तुएं समर्पित करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। अब बात करते हैं हनुमानजी की प्रिय वस्तुओं की।
सिंदूर
हनुमानजी को सिंदूर बहुत प्रिय है। मंगलवार, शनिवार और दूसरे विशेष अवसरों पर बजरंगबली को सिंदूर चढ़ाने से कुंडली के ग्रहदोष दूर होते हैं। इसके साथ दुर्घटनाओं से बचाव के साथ कर्ज से मुक्ति मिलती है। हनुमानजी को सिंदूर पीपल या पान के पत्ते पर रखकर समर्पित करना चाहिए। महिलाओं को सिंदूर चढ़ाने की मनाही है, इसलिए उनको हनुमानजी की कृपा प्राप्त करने के लिए लाल फूल अर्पित करना चाहिए।
चमेली का तेल
बजरंगबली को चमोली का तेल भी बहुत प्रिय है। चमेली के तेल को सिंदूर के साथ साथ चढ़ाने के विधान है। हनुमानजी को तेल-सिंदूर चढ़ाने से मन को एकाग्र करने में मदद मिलती है। पवनपुत्र के सामने चमेली के तेल का दीपक लगाने से शत्रु बाधा का नाश होता है।
लाल ध्वज
हनुमान जी के मंदिर में लाल ध्वज चढ़ाने का विधान है। लाल रंग के तिकोने ध्वज पर राम नाम लिखा होना चाहिए। इस तरह का ध्वज हनुमानजी को समर्पित करने से संपत्ति सम्बन्धी समस्याएँ दूर होती हैं और संपत्ति का लाभ होता है।
तुलसी
हनुमान जी को तुलसी भी बहुत प्रिय है और उनको तुलसी समर्पित करने से वो शीघ्र प्रसन्न होते हैं। बजरंगबली को तुलसी चढ़ाने से स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का नाश होता है।
लड्डू
हनुमान जी को पकवान में लड्डू अतिप्रिय है। उनको बेसन और बूंदी के लड्डूओं का भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि बूंदी के लड्डू चढ़ाने से सभी ग्रह के दोषों का नाश होता है और बेसन के लड्डू से कुछ ग्रहों के दोषों का नाश होता है।
श्रीराम का नाम
बजरंगबली को श्रीराम का नाम अतिप्रिय है। राम नाम के जाप से वो शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं और भक्त को मनचाहा वरदान देते हैं। समस्याओं से निवारण के लिए पीपल के पत्ते पर सिंदूर से राम-राम लिखकर हनुमान जी को अर्पित करें।