शुभ योगों में होगी नवरात्रि की शुरुआत, जानिए घट स्थापना का मुहूर्त
शारदेय नवरात्रि ( Navratri 2019) मनाने के लिए शहर तैयार है। कई छोटे-बड़े पंडालों में मातारानी को विराजित करने की तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं। बारिश होने के बावजूद भी लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है। शनिवार को पितृपक्ष का अंतिम दिन है। सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या के बाद 29 सितंबर रविवार से नवरात्रि शुरू हो जाएगी।
मातारानी को पंडालों में विराजित किया जाएगा। नौ दिनों तक पंडाल व दुर्गाजी की झांकियों में पूजा-अर्चना के साथ-साथ गरबा व डांडिया की धूम देखने को मिलेगी। बिट्टन मार्केट में तमिलनाडू स्थित मधुरई का मीनाक्षी मंदिर, विजय मार्केट बरखेड़ा में कैलाश पर्वत पर 12 ज्योर्तिलिंग का निर्माण,न्यू मार्केट रोशनपुरा पर बिहार का एक प्रस्तावित रामायण मंदिर सहित अन्य बड़ी झांकियां सजाई गई हैं। पंडालों की सजावट में लगे कारीगर दिन-रात मेहनत कर अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं।
दूसरी ओर कारीगरों द्वारा शहर की पांच बड़ी झांकियों एवं देश के प्रसिद्ध मंदिरों पर आधारित मंदिर बनाने को लेकर उसमें कहीं कोई कसर न रह जाए, पूरे बारीकी के साथ स्वरूप को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। मोती क्वाटर टीला जमालपुरा में दुर्गा उत्सव समिति द्वारा तैयार की जा रही झांकी हर साल की तरह इस साल भी अलग हट कर रहेगी। इस बार समिति की ओर से समुद्र लोक की थीम पर झांकी तैयार की गई है। जिससे झांकी देखने वालों भक्तों को एहसास होगा कि वह समुद्र के बीचों बीच है और उनके आस-पास जलीय जीव जुंतों विचरण कर रहे है।
नौ देवियों की नौ दिन होगी आराधना
-29 सितंबर को शैलपुत्री पूजा और घट स्थापना, सर्वार्थ सिद्धि योग,अमृत सिद्धि योग।
-30 सितंबर ब्रह्मचारिणी देवी पूजा, इंद्र योग।
-1 अक्टूबर को मां चंद्रघंटा की पूजा, सिंदूर तृतीया व रवियोग।
- 2 को मां कुष्मांडा पूजा, गणेश चतुर्थी, अमृत सिद्घि योग।
-3 को मां स्कंद माता की आराधना, सर्वार्थ सिद्घि योग, रवियोग
- 4 को मां कात्यायनी देवी की पूजा, रवियोग
-5 को कालरात्रि व सरस्वती पूजन, शोभनयोग
-6 को मां महागौरी पूजा, महाअष्टमी पूजा, सर्वार्थ सिद्घि योग
-रवि योग, 7 को मां सिद्धिदात्री पूजा, महानवमी पूजन, सर्वार्थ सिद्घि योग, रवि योग व 8 अक्टूबर को दशहरा रहेगा।
घट स्थापना कब करें : पंडित रामजीवन दुबे ने बताया कि 29 सितंबर को घट स्थापना के शुभ मुहूर्त सुबह 9ः15 से दोपहर 12ः20 बजे तक। फिर दोपहर 1ः45 से 3ः15 बजे तक व गोधुलि बेला में शाम 6.15 से रात 9ः45 बजे तक घट स्थापना होगी।
हस्त नक्षत्र में होगी शुरुआत : पंडित जगदशी शर्मा के मुताबिक प्रतिपदा 28 सितंबर को रात 11ः55 बजे से है,जो दूसरे दिन रविवार को रात 8ः15 बजे तक रहेगी। हस्त नक्षत्र शाम 7ः07 बजे तक रहेगा। प्रतिपदा तिथि पर हस्त नक्षत्र में शक्ति की स्थापना व साधना शुरू करना शुभफलदायक होता है।
नवरात्र को लेकर सजे शहर के बाजार
शारदेय नवरात्रि का लेकर शहर का चौक बाजार,न्यू मार्केट सहित लगभग सभी बाजार सज गए हैं। मिष्ठानों की दुकानों पर साबूदाने की खिचड़ी से लेकर फलहाली नमकीन सहित विभिन्न प्रकार की मिठाईयां बननी शुरू हो गई है। जिससे मातारानी के भक्तों को नौ दिनों तक उपवास में फलहारी खाद्य पदार्थ मिल सकें।
नवरात्रि के दौरान होगा रामलीलाओं का मंचन
एचई सांस्कृतिक समाज बरखेड़ा की ओर से 53 सालों से भेल बरखेड़ा ई सेक्टर रामलीला मैदान पर रामलीला का मंचन किया जा रहा है। समाज के महासचिव अमर सिंह राठौर ने बताया कि इस बार भी रामलीला होगी। परंपरानुसार भेल दशहरा मैदान पर रावण दहन होगा। इसके बाद भरत-मिलाप का प्रसंग होगा। वहीं छोला दशहरा मैदान पर रावण दहन के बाद जुमेराती में हर साल की तरह इस बार भी भगवान राम के अयोध्या लौटने पर भरत-मिलाप प्रसंग होगा।