हिन्दी-इंग्लिश नहीं सिर्फ संस्कृत में ही बात करता है ये कैब ड्राईवर
इन दिनों भारत के कई बड़े शहरों में कैब की सर्विस इतनी फास्ट और अच्छी हो गई है कि लोग किसी भी स्थान पर कैब से ही जाना पसंद करते हैं. जब हम कैब में जाते हैं तो अक्सर कैब वाले टूटी फूटी ही सही लेकिन अंग्रेजी में बात करते हैं, क्योंकि हमें सिखाया ही यही जाता है कि प्रोफेशनल करियर में कुछ करना है कि अंग्रेजी बोलना बेहद ही जरूरी है.
अधिकांश लोग इसे मानते भी हैं और मातृभाषा हिन्दी के अलावा अंग्रेजी सीखने और बोलने पर ही ज्यादा जोर भी देते हैं. लेकिन क्या आपने कभी कैब ड्राइवर को संस्कृत भाषा में बात करते देखा है? आप भी सोच रहे होंगे कि स्कूल में जिस विषय से सबसे ज्यादा हमें डर लगता था उसमें बात कैसे कर सकते हैं. लेकिन एक बेंगलुरू में एक कैब ड्राइवर ऐसा है जो सिर्फ संस्कृत में ही बात करता है. इस कैब ड्राइवर का यह वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वारयल हो रहा है.
वीडियो में दिख रहा है कि ड्राइवर के साथ ही वीडियो बनाने वाला शख्स भी उससे संस्कृत में बात कर रहा है लेकिन वो ड्राइवर की तरह फर्राटेदार संस्कृत नहीं बोल पा रहा है. उसके इस वीडियो ने इंटरनेट पर सनसनी मचा दी है और लोग उससे सीख लेने की बात कर रहे हैं. वीडियो में ड्राइवर संस्कृत में अपना नाम मल्लपम बता रहा है और जब उससे पूछा जा रहा है कि उसने संस्कृत बोलना कहां से सीखा तो उसने बताया कि एक शिविर लगा था जिसमें संस्कृत की पढ़ाई होती थी. उसने वहीं से संस्कृत बोलना सीख लिया और अब वह इसी भाषा में अपने सारे यात्रियों से बातचीत करता है.